प्रतिनिधि रीवा // मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष पद को लेकर चल रही गहमागहमी में एक बात स्पष्ट होती नजर आ रही है कि विधान सभा अध्यक्ष का पद एक बार पुनः विंध्य को मिलने जा रहा है ।बीजेपी के आंतरिक सूत्रों की मानें तो विंध्य ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी की सम्मानजनक स्थिति बनाने में बड़ी भूमिका निभाई थी । लेकिन बदली परिस्थियों में जब बीजेपी की सरकार बनी तो मंत्रिमंडल के विस्तार में विंध्य को उचित प्रतिनिधित्व नही मिला । जिसको लेकर न सिर्फ विंध्य के बीजेपी नेतृत्व में अपितु नागरिकों में भी गुस्सा है । समझा जा रहा है कि इसे साधने के लिए ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने विश्वस्त राजेन्द्र शुक्ला को विधानसभा अध्यक्ष पद पर बिठाने का निर्णय कर लिया है ।
यदि ऐसा होता है तो विधानसभा अध्यक्ष का पद कद्दावर नेता श्रीनिवास तिवारी के बाद विंध्य को दुबारा मिलेगा । जो विंध्य में बीजेपी के उभार के साथ ही साथ ब्राह्मण सेंटीमेंट को साधने में भी सहायक होगा ।
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