उमरिया।प्रदेश सरकार द्वारा स्थानीय संसाधनों से स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराने हेतु तथा एक जिला एक उत्पाद के तहत जिले की पहचान बनाने हेतु उमरिया जिले मे महुआ का चयन किया गया है। जिले मे महुआ उत्पाद के मूल्य संवर्धन के लिए कलेक्टर एवं सीईओ जिला पंचायत के मार्गदर्शन मे महुआ के विभिन्न उत्पाद तैयार कर बाजार मे विक्रय हेतु उतारे जा रहे है। इस कार्य मे ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से गठित स्व सहायता समूहों की महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया। आयुक्त शहडोल संभाग शहडोल राजीव शर्मा ने गुरुवार को मानपुर विकासखण्ड के ग्राम गुरूवाही मे महुआ बिस्किट प्रोसेसिंग यूटिन का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर ने महुआ बिस्किट प्रोसेसिंग यूनिट मे कार्य कर रहे स्व सहायता समूह की दीदीयो से महुआ बिस्किट बनानें की पूरी प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त की। एकता स्व सहायता समूह की महिला दीदी कविता ंिसह ने बताया कि महुआ बिस्किट उत्पाद केंद्र मे तीन स्व सहायता समूह की कुल आठ दीदीयो के द्वारा यह केंद्र चलाया जा रहा है। उन्होने बताया कि चार प्रकार की बिस्किट बनाई जा रही है, जिसमें महुआ की बिस्किट, कोदो से निर्मित बिस्किट, कुटकी से निर्मित से बिस्किट तथा मक्का से निर्मित बिस्किट शामिल है। एक-एक दिन के रोटेशन मे बिस्किट का निर्माण किया जा रहा है।
समूह की महिलाओं ने बताया कि सप्ताह में सोमवार को कच्चा मटेरियल बाजार से इकठ्ठा करते है उसके बाद बुधवार , गुरूवार व शुक्रवार सप्ताह मे तीन दिन निर्माण का कार्य करते है एवं साप्ताहिक तीन रिसोर्ट ताला गेट पर स्टाल लगाकर विक्रय करते है। जिससे महीने मे 60 से 70 हजार रूपये की आमदनी हो जाती है। कमिश्नर शहडोल संभाग शहडोल राजीव शर्मा ने स्व सहायता समूह की दीदीयों द्वारा किए जा रहे कार्यो की प्रशंसा करते हुए मार्केटिंग के गुर प्रदाय किए। भ्रमण के दौरान कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव, एसडीएम मानपुर सिद्धार्थ पटेल सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।
(अंजनी राय की रिपोर्ट)
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