उमरिया। पाल स्थित बिरासनी मंदिर शहडोल संभाग का सबसे प्रसिद्ध शक्तिपीठ है, जहां भव्य व ऐतिहासिक जवारा जुलूस निकाला जाता है. । नवरात्र में शक्ति की उपासना व साधना में लीन में श्रद्धालु माता-बहनें जब जवारा कलश सिर पर रखकर मातारानी के दरबार से निकलती हैं, तो मानो शहर की सड़कों पर हरियाली छा गई है।
कोरोना से निजात मिलने के बाद बिरसिंहपुर पाली स्थित मां विरासिनी के दरबार से भव्य जवारा जुलूस निकाला गया, जो विभिन्न मार्गो से होता हुआ स्थानीय तालाब मे पहुंचा जहां विधि विधान से जवरों कलशों का विसर्जन किया गया। सर्व प्रथम कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव सपत्नीक ने मंदिर प्रांगण में मां काली की विधि विधान से पूजा अर्चना की, तत्पश्चात लगभग 12 हजार जवारा कलशों का जुलूस मंदिर प्रांगण से प्रारंभ हुआ, जो विभिन्न मार्गो से होकर गुजरा, तो मानों सड़कों पर हरियाली छा गई हो। यह जवारा जुलूस मंदिर प्रांगण से निकलकर प्रकाश चौराहे होते हुए सांई मंदिर, वापस थाना रोड होते हुए सगरा पहुंचा। इस ऐतिहासिक जवारा जुलूस को देखने जिले सहित अन्य जिलों से भी लोग देखने पहुंचे । प्रमुख मार्गो मे बनें घरों की छतों में भी श्रद्धालुओ की भीड़ दिखाई दी। जवारा विसर्जन के दौरान पुलिस बल तैनात रहा, जिससे किसी भी प्रकार की अनहोनी होने का समाचार प्रकाश में नही आया है। इस अवसर पर गुदुम नृत्य की प्रस्तुति दी गई।
जवारा जुलूस ग्रामीण क्षेत्रों के ग्रामीण जन भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर जन जातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह , शहडोल संसदीय क्षेत्र की सांसद हिमान्द्री सिंह, विधायक बांधवगढ़ षिवनारायण सिंह, एसडीएम नेहा सोनी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी पाली आभा त्रिपाठी, पंडित प्रकाष पालीवाल, सरजू प्रसाद अअग्रवाल, अध्यक्ष नगर पालिका उषा कोल, नायब तहसीलदार राजेष पारस, एसडीओपी डा0 जितेंद्र सिंह जाट, यातायात प्रभारी शरद श्रीवास्तव , टी आई आर के धारिया , सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। जवारा जुलूस में शामिल श्रद्धालुओं का जगह जगह सत्कार किया गया।
(अंजनी राय की रिपोर्ट)
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