उमरिया - संजीवनी 108 एंबुलेंस वास्तव में संजीवनी की तरह कार्य करती है, इसके माध्यम से बीमार, घायल या दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियो को समय पर अस्पताल पहुंचाकर इलाज मुहैया कराया जाएगा तो निश्चित रूप से उसका जीवन बचाया जा सकता है। संजीवनी 108 एंबुलेंस लोगों का जीवन बचा कर अपने संजीवनी नाम को चरितार्थ करेगी। यह 108 एंबुलेंस वाहन एवं जननी एक्सप्रेस वाहन लोगों की जिंदगी बचाने का वाहन है। उक्त विचार कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने 108 संजीवनी एम्बुलेंस और जननी एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाते हुए व्यक्त किया। इस दौरान वनमण्डलाधिकारी मोहित सूद, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत इला तिवारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा0 आर के मेहरा, नोडल अधिकारी संजीवनी 108 रोहित सिंह बघेल सहित अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव एंबुलेंस का आंतरिक निरीक्षण कर एंबुलेंस के बारीकियों से अवगत हुए।
कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि हितग्राही और एम्बुलेंस की रियल टाइम लोकेशन प्राप्त करने के साथ संबंधित अस्पतालों को पूर्व सूचना देने की व्यवस्था भी की गई है। एमपी 108 संजीवनी एप के माध्यम से निशुल्क एम्बुलेंस बुलवाई जा सकेगी। आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए आवश्यकतानुसार अस्पतालों की मैपिंग की गई है। आयुष्मान कार्ड धारकों के लिए एप में अस्पतालों की सूची तथा अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाओं का विवरण भी दिया गया है। जिले को 10 नवीन गाडि़या प्राप्त हुई है जो 17 स्थानों पर अपनी सेवाएं दे रही है। यह लोगों की जिंदगी बचाने का काम करेगी। एम्बुलेंस पहले मात्र शासकीय अस्पताल के लिए उपलब्ध थी। अब यह आयुष्मान योजना के परिवारों के लिए भी उपलब्ध रहेगी। निजी अस्पताल में भर्ती होने के लिए भी शुल्क देकर एम्बुलेंस बुलाई जा सकेगी।
(अंजनी राय की रिपोर्ट)
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