इन बाघिनों ने पाई प्रसिद्धि
बाँधवगढ़ को बाघों के गढ़ बनाने में बाघिनों का विशेष योगदान रहा है अपने अपने समय पर बाँधवगढ़ की बाघिनों ने दुनिया भर में प्रसिद्धि हासिल की है बाँधवगढ़ की स्थापना से लेकर अब तक क्रमशः सीता फीमेल,पुरानी चक्रधरा,झोरझरा फीमेल,लंगड़ी फीमेल,कनकटी फीमेल,पटिहा फीमेल,राजबहेरा फीमेल,सोलो फीमेल के बाद जूनियर कनकटी और अब तारा फीमेल ने प्रसिद्धि की उंचाइयों को छुआ है तारा फीमेल पुरानी डमडमा बाघिन की संतान है अपनी लंबी-चौड़ी कदकाठी और यूज़ टू स्वभाव के कारण पर्यटक बरबस ही इसकी ओर खिंचे चले आते हैं।
बाँधवगढ़ में बाघों के कुनबे को बढ़ाने में बाघिनों का विशेष योगदान।
मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट का दर्जा दिलाने में अहम भूमिका रखने वाले बाँधवगढ़ टाइगर रिसर्व में बाघों की वंशवृद्धि के लिए बाघिनों का विशेष योगदान रहा है,बांधवगढ़ में बीते कई वर्षों से काम कर रहे वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर सुखसागर पांडेय के मुताबिक बाघों के प्रजनन, रहवास,आवास और भोजन के लिये दुनिया का सबसे बेस्ट हैबिटेट बाँधवगढ़ में मौजूद है और यही वजह की दुनिया भर में बाघों की सबसे घनी आबादी बाँधवगढ़ में मौजूद है।
फ़ोटो-सुखसागर पांडेय
रिपोर्ट-अरुण कुमार त्रिपाठी
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