मास्टर ट्रेनर्स के प्रशिक्षण की गुणवत्ता तय करेगी मतदान की सुचिता- उप जिला निर्वाचन अधिकारी
अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी अशोक ओहरी ने कहा कि निर्वाचन की सुचिता बनाएं रखने हेतु राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा जारी निर्देशों का बारीकी से अध्ययन किया जाना आवश्यक है । प्रशिक्षण के उपरांत सभी मास्टर ट्रेनर पुस्तकों का या स्थानीय निर्वाचन की बेबसाईट से निर्देशों का अध्ययन अवश्य कर ले । निर्वाचन में जो भी बदलाव किए गए है , उनको पृथक से नोट कर लें तथा मतदान दलों का सैद्धांतिक एवं प्रायोगिक प्रशिक्षण संपन्न कराएं। प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर्स द्वारा मतदान दलों के गठन के बाद दल के सदस्यों का परिचय प्राप्त करनें, मतदान सामग्री प्राप्त करनें , रवानगी के साथ ही मतदान केंद्र में पहुंचने के बाद की जाने वाली तैयारियों, मतदान दिवस के दिन की तैयारी, निर्वाचन अभिकर्ता की नियुक्ति , मतदान कक्ष मे बैठक व्यवस्था, मतदान प्रारंभ कराने के पूर्व की जाने वाली कार्यवाहियों, मतदान समाप्त होने के पश्चात की जाने वाली कार्यवाहियों तथा मतदान केंद्र में मतगणना कराने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई, इसके साथ ही बताया गया कि मतदान दल में पीठासीन अधिकारी एवं चार सदस्य कुल पांच लोग रहेंगे । मतदान हेतु उपयोग की जाने वाली मतदान पेटी को तैयार करनें , उसे सील करनें के संबंध में भी विस्तार से जानकारी दी गई तथा प्रायोगिक अभ्यास कराया गया।
(अंजनी राय की रिपोर्ट)
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