उमरिया।हाल ही में सम्पन्न हुए नगरपालिका के 24 वार्डो के चुनाव में जहां 14 वार्ड जीतकर कांग्रेस ने परिषद में अपनी दावेदारी मजबूत कर ली है वहीं 9 वार्डो में जीत मिलने के बाद भाजपा और उनके पदाधिकारी परिषद में जगह बनाने को लेकर चुनाव परिणाम के ठीक बाद से ही जद्दोजहद करने में जुट गए हैं हालांकि गेंद कांग्रेस के ही पाले में है जिसको पार्टी के लोग बहुत मजबुती से पकड़े हुए हैं वहीं भाजपा भी अवसर की तलाश में वक्र दृष्टि लगाए बैठी हुई है।
24 वार्डों में 878 वोट से आगे हुई कांग्रेस
नगर पालिका उमरिया का चुनाव हमेशा अध्यक्ष पद के लिए मतदाताओं द्वारा सीधे मतदान के माध्यम से होता था लेकिन इस बार सरकार के द्वारा वार्ड पार्षदों के माध्यम से अध्यक्ष का चुनाव कराने का निर्णय किया गया जिसके लिए सम्पन्न चुनावो में कांग्रेस ने बढ़त बनाई,नगर पालिका के पूरे 24 वार्डों में हुए मतदान का समीकरण देखें तो भाजपा को कुल 6326 मत मिले हैं वहीं कांग्रेस को 7204 मत मिले हैं इस प्रकार कांग्रेस ने 878 मतों की बढ़त से नगर में अपना परंपरागत वर्चस्व बचाने में कामयाब रही है।
कांग्रेस की संगठित रणनीति ने दिलाई जीत,भितरघात से हारी भाजपा।
नगरपालिका उमरिया का चुनाव शुरुआत से लेकर अंत तक भाजपा और कांग्रेस के बीच कशमकश के बीच रहा,लेकिन पूरे चुनाव के दौरान कांग्रेस और उसके सभी पार्षद प्रत्याशी संगठित नजर आए और अपनी जीत से ऊपर उठकर पार्टी की जीत के लिए कार्य किया,ठीक इसके विपरीत भाजपा के प्रत्याशियों ने अपने वार्ड में कम लेकिन अपनी ही पार्टी के दूसरे वार्ड के प्रत्याशियों की टांग खींचने निर्दलयीय प्रत्यशियों को हवा देने का काम किया जिसकी वजह से कई वार्डो में भाजपा निर्दलयीय प्रत्याशियों को बढ़त मिलने से हार गई और एक वार्ड में तो भाजपा के बागी ने अच्छी खासे मतों से जीत भी हासिल कर ली है और यहां भाजपा तीसरे नंबर पर आ गई।
अध्यक्ष के लिए कांग्रेस ने कसी कमर,तो भाजपा की छटपटाहट।
नगरपालिका उमरिया में परिषद गठन के लिए 13 पार्षदों के होना आवश्यक है और वर्तमान में कांग्रेस के पास बहुमत से एक अधिक 14 पार्षद मौजूद हैं वहीं भाजपा के नौ पार्षद चुनाव जीते हैं वहीं एक निर्दलयीय प्रत्याशी ने भी जीत हासिल की है,भाजपा को परिषद में जगह बनाने के लिए चार और पार्षदों की आवश्यकता होगी जिसके लिए पार्टी के कुछ लोगों ने अंदरखाने से प्रयास शुरू किया है लेकिन कांग्रेस की कसावट के आगे भाजपा का दांव दूर-दूर तक चलता दिखाई दे नहीं रहा है।
डाल और पांत का खेल जारी
नगरपालिका चुनाव में पक्ष विपक्ष द्वारा डाल-डाल पांत-पांत का खेल शुरू कर दिया गया है सूत्रों की माने तो मतगणना के तुरंत बाद जादुई आंकड़ा न होने के बाद भी भाजपा पार्षद द्वारा अध्यक्ष बनाये जाने के दावे के बाद कांग्रेस अलर्ट मोड़ पर आ गई और किसी भी प्रकार की तोड़-फोड़ की आशंका को देखते हुए अपने सभी जीते हुए पार्षदों को पार्टी के प्रति वफादारी और वचनबद्धता का पालन करने का फरमान जारी कर दिया गया है।
(ब्यूरो रिपोर्ट)
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