उमरिया।सामान्य वन मंडल अंतर्गत घुनघुटी परिक्षेत्र में सोमवार की शाम बिलासपुर कटनी रेलवे उपखंड में एक चीतल मृत अवस्था मे मिला है चीतल का पिछला हिस्सा बुरी तरह जख्मी है संभावना जताई जा रही है कि रेलवे ट्रैक पार करते समय अचानक ट्रेन आ जाने से चीतल टकरा गया और उसकी मौत हो गई घटना घुनघुटी रेलवे स्टेशन से शहडोल की ओर 2 किमी पूर्व झिरिया नाला के समीप है घटना की जानकारी के बाद वन अमला मौके पर पंहुचा है और मृत चीतल के शव का पीएम कराने के उपरांत उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
वन्य जीवों की कब्रगाह बना रेलवे ट्रैक
विश्वविख्यात बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे सामान्य वन मंडल का घुनघुटी परिक्षेत्र बांधवगढ़ की पहाड़ियों के तराई का हिस्सा है जहां दुर्लभ वन्य जीव जंगलों में विचरण करते पंहुचते हैं लेकिन इसी परिक्षेत्र के बीचों-बीच से नेशनल हाइवे 43 और बिलासपुर कटनी रेलवे ट्रैक गुजरती है जिसमे अनायास की जंगली जानवर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं बावजूद इसके न तो वन विभाग और न ही रेलवे प्रबंधन द्वारा वन्य जीवों की दुर्घटनाओं को रोकने ठोस रणनीति बनाई जा रही है।
बाघ तेंदुए से लेकर चीतल सांभर की हो चुकी मौत।
घुनघुटी परिक्षेत्र से गुजरे नेशनल हाइवे और रेलवे ट्रैक में ट्रेन और तेज वाहनों की ठोकर से अब तक कई वन्य जीवों की मौत हो चुकी है बीते वर्ष एक वयस्क बाघ नेशनल हाइवे में चार पहिया वाहन की ठोकर से मारा गया था वहीं रेलवे ट्रैक में आ जाने से भी बाघ की मौत हो चुकी है इसके अलावा कई चीतल सांभर और तेंदुआ की जान भी इसी तरह लापरवाही की भेंट चढ़ गई है।
("ब्यूरो रिपोर्ट)
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