उमरिया- स्वच्छता गतिविधियों को जीवन में उतारकर स्वच्छता के लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। स्वच्छता गतिविधियों की जानकारी हर व्यक्ति को रहती है , जरूरत है उन्हें अपनाने की , इसके लिए घर , परिवेश तथा ग्राम की स्वच्छता के लिए सब लोगों को मिलकर काम करनें की आवश्यकता होगी। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव कलेक्ट्रेट सभागार में स्वच्छ भारत मिशन चरण 2 की गतिविधियों पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। बैठक में वनमण्डलाधिकारी मोहित सूद, अपर कलेक्टर अषोक ओहरी, सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहें ।
सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी ने कहा कि 15 सितंबर से 2 अक्टूबर स्वच्छ भारत मिषन चरण 2 की गतिविधियां जिले के प्रत्येक गांव एवं शहर में आयोजित की जानी है, इसके लिए सबसे अधिक जरूरी है व्यवहार परिवर्तन। आपनें सामुदायिक अभिप्रेरणा के साथ ही व्यक्तिगत शौचालय ठोस, तरल एवं मल तथा कीचड़ प्रबंधन पर विशेष रूप से कार्य करने की सलाह दी। जिला समन्वयक स्वच्छ भारत मिषन मनीषा काण्ड्रा ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन चरण 2 के तहत व्यक्तिगत शौचालय , सामुदायिक शौचालय तरल एवं ठोस कचरे का प्रबंधन आदि पर विशेष जोर दिया गया है। आपने कहा कि स्वच्छता संबंधी जो भी संरचनाएं निर्मित की गई है उनका उपयोग तथा प्रबंधन एवं मरम्मत आवश्यक है। आपने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों , स्वास्थ्य केन्द्रों तथा शासकीय कार्यालयों , स्कूलों आदि में स्वच्छता संबंधी सभी आयामों को अपनाकर जनता को संदेश देने की बात कही। पावर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से स्वच्छ भारत मिषन चरण 2 की गतिविधियों के संबंध में विस्तार से प्रकाष डाला गया।
(अंजनी राय की रिपोर्ट)
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