उमरिया- मातृभाषा किसी भी शिशु की पहली भाषा होती है, जिसके माध्यम से वह बोलना सीखता है। अभी तक मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम से होने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभावान विद्यार्थियों को भाषा की समस्यां होने के कारण कम संख्या में सफल हो पा रहे थे। मप्र देश का पहला राज्य है जहां मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी भाषा में होगी। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार पुस्तके तैयार कर ली गई है। 16 अक्टूबर को देष के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह तथा प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चौहान द्वारा भोपाल लाल परेड ग्राउण्ड से मध्यान्ह 12 बजे समारोह पूर्वक इस सुविधा का शुभारंभ किया जाएगा। यह जानकारी कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने शासकीय रणविजय प्रताप सिंह महाविद्यालय में आयोजित विद्यार्थी बाल सभा के माध्यम से वहां अध्ययनरत विद्यार्थियों को दिए। इस अवसर पर उपस्थित छात्र छात्राओं के द्वारा अतिथियों से सवाल किए गए, जिसका जवाब कलेक्टर एवं अन्य अतिथियों के द्वारा दिया गया। इस अवसर पर शासकीय रणविजय प्रताप सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य सीबी सोधियां, संजीव शर्मा, हेमलता लोक्स, प्रियंका गुप्ता, अनामिका अग्रवाल, डॉ सोना पाठक उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन संजीव शर्मा ने किया। कार्यक्रम में मातृभाषा के प्रति शिक्षको द्वारा अपने अपने विचार व्यक्त किए गए।
(अंजनी राय की रिपोर्ट)
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