उमरिया-कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव की अध्यक्षता में राज्य शासन के निर्देषानुसार मप्र स्थापना दिवस 1 नवंबर से 7 नवंबर तक आयोजित किए जाने वाले विभिन्न कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई तथा कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी बनाएं गए। कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि एक नवंबर को सभी शासकीय, अर्द्धषासकीय, निगम, उपक्रमों एवं सार्वजनिक इमारतों में प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी। 3 से 6 नवंबर तक खेलकूद प्रतियोगिताओ का आयोजन किया जाएगा। आपनें कहा कि सात दिवसीय मप्र स्थापना दिवस के कार्यक्रम पूरी गरिमा एवं उल्लास के साथ मनाएं जाने है। संबंधित नोडल अधिकारी कार्यक्रमों की रूप रेखा तैयार कर आयोजन सुनिश्चित कराएं। ग्रामीण क्षेत्रों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की नोडल अधिकारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत इला तिवारी तथा नगरीय क्षेत्रों में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी अपर कलेक्टर अषोक ओहरी होंगे।
बैठक में निर्णय लिया गया कि एक नवंबर को मध्यान्ह में जिले की सभी जनपद पंचायतों एवं नगरीय निकायों में मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के तहत चिन्हित किए गए हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाएगा। सायं कालीन सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन सायं 6.30 बजे से जिला मुख्यालय स्थित सामुदायिक भवन में किया जाएगा, जिसमें लोक संगीत एवं लोक नृत्य पर आधारित कार्यक्रम आयोजित होगें। 2 नवंबर को लाड़ली लक्ष्मी योजना पर आधारित कार्यक्रम आयोजित होगे जिसके जिला मुख्यालय में आयोजित होने वाले कार्यक्रम के नोडल अधिकारी कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास भरत सिंह राजपूत रहेंगे। 3 नवंबर को स्वच्छता , प्रकाश पर्व तथा रंगोली आदि के कार्यक्रम आयोजित होंगे, जिसमें मुख्य नगर पालिका अधिकारी नोडल अधिकारी होंगे, वे विभिन्न विभागों के समन्वय बनाकर कार्यक्रम का संचालन सुनिश्चित कराएंगे। 4 नवंबर को एक जिला एक उत्पाद पर आधारित कार्यक्रम तथा रोजगार दिवस का आयोजन संयुक्त रूप से वनमण्डलाधिकारी महाप्रबंधक उद्योग तथा परियोजना समन्वयक ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से किया जाएगा, जिसके नोडल अधिकारी मण्डला अधिकारी होंगे। 5 नवंबर को लोक नृत्य , जन नायक दिवस तथा नाट्य पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा जिसके नोडल अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी होंगे। 6 नवंबर को वन्य प्राणी दिवस , उर्जा संरक्षण, जल संरक्षण , पर्यावरण संरक्षण पर आधारित रंगोली, चित्रकला, भाषण तथा अनुभूति कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसके नोडल अधिकारी वनमण्डलाधिकारी होंगे। मप्र स्थापना दिवस के अंतिम दिन 7 नवंबर को मप्र गौरव दिवस के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन के साथ ही मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान के तहत उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया जाएगा। इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी जिला शिक्षा अधिकारी एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी होंगे।
(अन्जनी राय की रिपोर्ट)
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