उमरिया जिले के विश्वप्रसिद्ध बाँधवगढ टाइगर रिसर्व में बाघ के हमले से एक युवक द्वारा होशियारी पूर्वक खुद को बचाने का अनोखा मामला सामने आया है,घटना पार्क के के धमोखर बफर सीमा से लगे रायपुर बीट के पीएफ 172 टेनहाई हार जंगल की है जहां शुक्रवार को पार्क की सीमा से लगे ग्राम सकरिया निवासी दादा रतन रैदास और पोता दीपचंद मवेशी चराने जंगल गए थे वहीं एक मादा बाघ ने दोनों पर हमला कर दिया बाघिन दादा रतन के ऊपर पहले झपटी फिर पोते दीपचंद की ओर दौड़ी,जिसे देखकर दीपचंद ने होशियारी दिखाते हुए जमीन में लेटकर मरने का नाटक किया जिसके बाद बाघिन पोते दीपचंद को छोड़कर दोबारा दादा रतन की ओर दौड़ी लेकिन इसी बीच दोनों को समय मिला और वे जंगल से भागकर सड़क में आ गए और बाघिन जंगल की ओर चली गई हालांकि इस घटना में दादा रतन को गंभीर चोट आई है,घटना की जानकारी के बाद पार्क की टीम मौके पर पंहुची और घायल रतन को लेकर जिला अस्पताल पंहुची है जहां उसका इलाज किया जा रहा है,बाघ के हमले से घायल रतन को चेहरे में गंभीर चोट आई है।
(बाँधवगढ से सुखसागर पांडेय की रिपोर्ट)
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