उमरिया-जिले की आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने हेतु औद्योगिक गतिविधियां बढ़ानी होगी, इसके लिए जिले मे उपलब्ध संसाधन एवं बाजार की मांग के अनुसार छोटे छोटे कलस्टर में औद्योगिक विकास करना होगा। प्रदेष सरकार के सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय द्वारा स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ करने वाले व्यापारियों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिले के व्यापारी अवसर का लाभ उठाकर स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ कर सकते है। महाप्रबंधक उद्योग दिनेश मर्सकोले व्यवसायिक इकाईयां प्रारंभ करनें में सहयोग देंगे। यह विचार कलेक्टर डा0 कृष्ण देव त्रिपाठी ने जिला व्यापारियों के इन्वेस्टर मीट के दौरान व्यक्त किए।
बैठक में महाप्रबंधक उद्योग दिनेश मर्सकोले, प्रबंधक दीपक गुप्ता , एनआरएलएम के जिला प्रबंधक प्रमोद शुक्ला, रेंजर योगेश गुप्ता, कैट के अध्यक्ष कीर्ति सोनी सहित लकड़ी व्यवसायी, गारमेंट व्यवसायी, इलेक्ट्रानिक सामग्री , फर्नीचर व्यवसायी उपस्थित रहे।
कलेक्टर ने कहा कि उमरिया जिले में वन क्षेत्र अधिक है। वन विभाग एवं वन विकास निगम के माध्यम से अधिक मात्रा में लकड़ी की नीलामी की जाती है। स्थानीय व्यापारी अवसर का लाभ लेकर फर्नीचर खिलौने , बांस के फर्नीचर आदि का व्यवसाय विकसित कर सकते है। इसी तरह मानपुर क्षेत्र में दूध का उत्पादन अधिक मात्रा में होता है । बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में संचालित रेस्टोरेंट में भी दूध तथा दूध से बनी विभिन्न उत्पादों की मांग रहती है , इसलिए मानपुर क्षेत्र में डेयरी विकास के कार्य आसानी से किया जा सकता है। जिले में पाली क्षेत्र में संजय गांधी ताप विद्युत केंद्र संचालित है यहा बड़ी मात्रा में फ्लाई ऐश उपलब्ध रहते है। पाली क्षेत्र में फ्लाई ऐश पर आधारित व्यवसाय कलस्टर के रूप में विकसित किए जा सकतै है। जिला मुख्यालय उमरिया में कुछ स्थानीय व्यवसायियो द्वारा रेडीमेट कपड़े तैयार करने का कार्य किया जाता है। इस व्यवसाय को और अधिक विकसित किया जा सकता है। इसी तरह चंदिया क्षेत्र में मिट्टी व्यवसाय तथा पूरे जिले में बायो एग्री प्रोडेक्ट के कलस्टर विकसित करनें की संभावनाएं हैं। कलेक्टर ने महाप्रबंधक उद्योग, जिला प्रबंधक एनआरएलएम तथा व्यवसायियों के साथ मिलकर विभिन्न गतिविधियों की संभावनाओं तथा कलस्टर विकसित करने हेतु स्थल चयन करने के निर्देश दिए।
महाप्रबंधक उद्योग द्वारा प्रदेष शासन के लघु सूक्ष्म मध्यम उद्योग विभाग द्वारा स्वयं का व्यवसाय करने हेतु दिए जा रहे प्रोत्साहन का पावर प्वाइंट के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया गया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में चंदिया के पास बड़वारा में जिले का औद्योगिक क्षेत्र विकसित किया गया है अब जिला मुख्यालय उमरिया तथा लोढ़ा में औद्योगिक क्षेत्र विकसित करने का प्रस्ताव तैयार किए जा रहे है।
(अन्जनी राय की रिपोर्ट)
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