उमरिया। जंबूरी मैदान भोपाल में आयोजित स्थानीय सतत विकास लक्ष्यों पर केन्द्रित नव निर्वाचित सरपंचों के राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुये प्रदेष के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लोेक तंत्र मे मुख्यमंत्री से लेकर सभी निर्वाचित सरपंच एक बराबर है। आप ग्राम पंचायत के सरपंच है और मैं बडी पंचायत का सरपंच हूॅ। उन्होने कहा िकनव निर्वाचित सरपंच ग्राम को समरस बनाने का प्रयास करें। मध्यप्रदेश के पश्चिम क्षेत्र में शहरी क्षेत्र में स्वच्छता में मध्यप्रदेश नंबर वन हैं। हम अपनी पंचायतों को स्वच्छ ग्राम पंचायत बनाने का प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा की ग्राम पंचायत में ऐसा स्थान निर्धारित करें जहां अपनी जन्म वर्षगांठ और अन्य शुभ अवसर पर पौधे लगाएं। माता पिता की पुण्यतिथि या अन्य दिवंगत परिजन की याद में पौधे जरूर लगाएं। राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण प्रषिक्षण का सजीव प्रसारण जिले में ग्राम पंचायतो मे देखा एवं सुना गया ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम में लोगों को अनाज बांटने का कार्य हो या आवास उपलब्ध कराने का, पंचायत पदाधिकारी इसे प्राथमिकता दें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा की योजनाओं के क्रियान्वयन पर नजर रखें। आवास निर्माण का कार्य बिना लेनदेन के हो। राज्य सरकार भ्रष्ट व्यक्तियों को क्षमा नहीं करेगी, लेकिन पंचायत पदाधिकारी आवासों के निर्माण गुणवत्तापूर्ण बने, इस दिशा में सहयोग प्रदान करें। शिक्षा के महत्व का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्राम का हर बच्चा स्कूल जाए, यह भी देखना है। यूनिफॉर्म, मध्यानह भोजन, शिक्षण शुल्क की व्यवस्थाएं राज्य सरकार कर रही है। जो बच्चे पढ़ने में तेज है किसी भी समाज या जाति के हो उन्हें कक्षा 12वीं में 75ः अंक लाने पर लेपटॉप की सुविधा दी जा रही है मेडिकल इंजीनियरिंग आईआईटी आईआईएम या ला कॉलेज में फीस शासन द्वारा वाहन की जाएगी।
मुख्यमंत्री जन सेवा शिविर के माध्यम से अनेक वास्तविक और पात्र हितग्राही सामने आए.प्रदेश में 83 लाख लोगों के नाम सामने आए हैं। आयुष्मान कार्ड निर्माण के लिए भी बड़ी संख्या में आवेदन आए । इस योजना में प्रति वर्ष 500000 तथा उपचार निजी अस्पतालों में निशुल्क देने का प्रावधान है। गंभीर रोग से प्रभावित लोगों के लिए उपचार सुविधा देने का कार्य भी किया जा रहा है। बेटियों के आगमन पर उनका स्वागत हो। मैं प्रत्येक कार्यक्रम में यह संदेश देता हूं। बेटी बोझ नहीं वरदान है। बेटियों के प्रति आदर का भाव हो। हम अपने ग्राम में बेटियों को सम्मान प्रदान करने का कार्य करें। ग्रामों का मास्टर प्लान बनाएं अब ग्राम सभा के पदाधिकारी ग्रामों के कार्य का निर्धारण करेंगे। बिना योजना के कार्य न हो। कंक्रीट की सड़क हो या खेल का मैदान ,एक मास्टर प्लान बनाकर,पंचायत की विकास योजना स्थानीय स्तर पर बनाकर कार्यों को पूर्ण किया जाए।
(अन्जनी राय की रिपोर्ट)
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