अभियान के संचालन हेतु माइक्रोलेबिल प्लानिंग करने तथा दलों को प्रशिक्षित करने के कलेक्टर ने दिए निर्देश
राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर डा सत्येंद्र पाण्डेय ने बताया कि फायलेरिया उन्मूलन हेतु सामूहिक दवा सेवन कार्यक्रम का संचालन 10 फरवरी से 22 फरवरी तक तीन चरणों में किया जाएगा। प्रथम चरण में 10 एवं 11 फरवरी को बूथ स्तरीय कार्यक्रम संचालित होगा, जिसके लिए विद्यालयों , आंगनबाड़ी केंद्रों , छात्रावासों , बस स्टेण्ड , रेल्वे स्टेशन सहित अन्य चिन्हित जगहों में बूथ बनाएं जाऐंगें। दूसरे चरण में 12 फरवरी से 13 फरवरी से 17 फरवरी तक घर घर पहुंचकर एमडीए दल दवा खिलायेंगे, इसके बाद भी यदि लोग छूटे हुए है तो 20 से 22 फरवरी तक मॉकअप राउण्ड आयोजित किया जाएगा। दवाईयां तीन स्तर पर खिलाई जाएगी दो से पांच वर्ष आयु के लोगों को डीईसी की एक गोली 100 एम जी की तथा एक एलवेण्डाजोल टेबलेट , 6 से 14 वर्ष के आयु वर्ग को 2 डीईसी गोली तथा एक एलवेण्डा जोल तथा 15 वर्ष से ऊपर के लोगांे को 3 डीईसी की गोली तथा एक एलवेण्डाजोल टेबलेट खिलाई जाएगी। दवाई खिलाने के बाद कई बार बुखार, उल्टी, या जी मचलने की शिकायत सामने आ सकती है। इसके लिए उन्हें यह बताना होगा कि इससे घबराने की जरूरत नही है बल्कि पेट में कीडे होने या अन्य कारणों से ऐसी परिस्थितियां आई है। इस बार के अभियान की विषेषता यह है कि सभी दवाईयां दल द्वारा अपनी उपस्थिति में खिलाई जाएगी। इसके लिए यह भी निर्देष है कि ये दवाईयां किसी को बाद मे खाने के लिए नही सौंपी जाए। इस अवसर पर उन्होंने फाईलेरिया बीमारी के कारण, लक्षण एवं बचाव की भी जानकारी दी।
(अंजनी राय की रिपोर्ट)
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