उमरिया में दो दिवसीय राष्ट्रीय दंगल प्रतियोगिता का रविवार को हुआ समापन, नेपाल सहित देश के पंजाब हरियाणा उत्तरप्रदेश से आये पहलवानों ने दिखाया कुश्ती का जौहर,हजारों की संख्या में दर्शक रहे मौजूद कुश्ती का लिया आनंद।
जब जनता बन गई रैफरी
राष्ट्रीय दंगल प्रतियोगिता के समापन दिवस रविवार के कुश्ती के दौरान एक रोमांचक मुकाबला देखने को मिला जब कुश्ती के परिणाम को लेकर प्रतिद्वंदियों के बीच घमासान हुआ और रेफरी किंकर्तव्यविमूढ़ हो गया तो नगर की जनता ने अपना अभिमत सुनाया और जिसे प्रतिद्वंदी पहलवानों ने स्वीकार करते हुए दोबारा कुश्ती लड़ी।
महिला पहलवानों ने भी दिखाया जौहर।
रघुराज कला मानस मंदिर में आयोजित राष्ट्रीय दंगल में महिला प्रतिभागी पहलवानों ने भी अपनी उत्कर्ष कला का प्रदर्शन दिखाया इस दौरान दिल्ली और हरियाणा से पहली महिला प्रतिभागियों ने कुश्ती लड़ी और लोगों को अपने दांवपेंच से मंत्र मुग्ध कर दिया।
दंगल को लेकर जनता में दिखा उत्साह
नगर में कुश्ती के आयोजन के दौरान लोगों का उत्साह काफ़िले-तारीफ रहा हजारों की संख्या में नागरिक दंगल प्रतियोगिता में मौजूद रहे खास बात यह कि दंगल प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागियों को पुरुष्कार देने के लिए लोगों के बीच होड़ दिखाई दे रही थी जिसमे नगर सम्मानित समाजसेवी,व्यापारी,रिटायर्ड कर्मचारी अधिकारी,जनप्रतिनिधि और नागरिक शामिल रहे।
आयोजन में रघुराज मानस कला मंदिर के संयोजक पूर्व विधायक अजय सिंह ने कहा है कि कुश्ती दंगल उमरिया नगर का परम्परागत खेल रहा है इसको जीवंत बनाने के लिए नागरिकों को स्वास्थ्य और सेहत से जोड़ने से जोड़ने के लिए यह आयोजन किया गया है।
(ब्यूरो रिपोर्ट)
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