QARANT NEWS (कटनी) - जिला चिकित्सालय के नवीन भवन के प्रथम तल स्थित प्रसव कक्ष में बीते सोमवार की रात आग लगनें के कारणों की जांच हेतु कलेक्टर अवि प्रसाद ने 6 सदस्यीय जांच दल गठित किया गया है जिसमें से बुधवार को 5 सदस्यीय टीम जांच दल ने प्राथमिक तथ्यात्मक निरीक्षण कर सही वस्तुस्थिति को जानने का प्रयास किया। वही जब मीडिया कर्मियों ने इस जांच टीम में शामिल सीएमएचओ प्रदीप मुड़िया से सवाल जवाब किया की जिला अस्पताल के इस नए भवन में लगे उपकरण बिना जांच परखने के कैसे ओके कर दिया गया तो वह जिला अस्पताल के सिविल सर्जन का बचाओ करते बयान दिया की यह नवनिर्मित भवन को शुरू करते वक्त उन्हें ये सभी उपकरण सही लगे होंगे इस लिए ओके कर दिया गया होगा। वही अपने जिला अस्पताल जो बिना फायर एनओसी के चल रहा है उस मामले को छुपाते हुए जिले के प्राइवेट हॉस्पिटलों को एनओसी न होने पर पूर्व में दिए गए नोटिस की बात करते नजर आए।
कटनी जिला चिकित्सालय के नवीन भवन के प्रथम तल स्थित प्रसव कक्ष में लगी आग के मामले में जाँच के दौरान दल ने आग लगने के विस्तृत कारणों और सुधारात्मक कार्यवाही सहित भवन के विद्युत अंकेक्षण, फायर सेफ्टी एवं अन्य कारणों और स्थितियों की जांच की । जांच के दौरान न तो सायरन बजा और कई उपकरण सिर्फ दिखावे के लिए लगे हुए पाए गए। लेकिन जब मीडिया कर्मियों ने इस गठित टीम के सदस्य और सीएमएचओ प्रदीप मुड़िया से बात की गई वे सिर्फ और सिर्फ सिविल सर्जन को बचाते हुए यह कहते नजर आए की वे अभी सभी अस्पताल में लगे हुए उपकरण की जांच कर रहे है अभी वह कुछ भी इस मामले में कुछ नही कह सकते है और जांच के बाद जो निकलकर आएगा वह सब सामने होगा..
वही जब सीएमएचओ प्रदीप मुड़िया से जिला अस्पताल के फायर एनओसी की बात की गई तो वह बातो को घूमते हुए जवाब दिया जो की इस मामले में नगर निगम कमिश्नर ने पहले ही साफ कर दिया है की जिला अस्पताल के पास फायर एनओसी नही है इस मामले में वह सिविल सर्जन को बचाते हुए गोल मोल जवाब देते हुए जिला अस्पताल की बात छोड़ जिले के प्राइवेट हॉस्पिटल की बात करते हुए साफ वह इस तरह की घटना न हो वह प्राइवेट हॉस्पिटलो को कई नोटिस दे चुके है और वह लगातार इस तरह के प्रयास करते रहते है।
इस घटना के बाद जब नगर निगम के कमिश्नर सतेंद्र धाकरे खुद यह कह चुके है की जिला अस्पताल के पास फायर एनओसी के संचालित हो रहा है इस मामले को सीएमएचओ दरकिनार कर जिला अस्पताल के सिविल सर्जन को बचाते दिखाई दे रहे है।
वही जब प्रदीप मुड़िया से पूछा गया की घटना के बाद महिलाओं की डिलेवरी बाहर कराई गई तो वह इस बात पर भी सिविल सर्जन यशवंत वर्मा को बचाते हुए कहा की कोई भी डिलेवरी बाहर नही हुई जो की घटना के दौरान कलेक्टर अवि प्रसाद और खुद सीएमएचओ प्रदीप मुड़िया सहित कटनी एसपी मौजूद थे और रात के वक्त नव निर्मित परिसर के गेट के पास डिलेवरी कराई गई है जिसका एक वीडियो भी सामने आया था।
जिला अस्पताल में लगी आग के मामले में जांच दल में शामिल अयूब खान अधीक्षण यंत्री म.प्र.पू.वि.वि.कं.लिमि., हरि सिंह कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग, प्रदीप मुड़िया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, व्ही के. गौतम अनुविभागीय अधिकारी लोक निर्माण विभाग विद्युत एवं यांत्रिकी तथा राजेश डोंगरे, उपयंत्री, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन शामिल है। जांच दल ने आग लगने के विस्तृत कारणों व सुधारात्मक कार्यवाही हेतु जांच हेतु चिन्हित सभी बिन्दुओं पर जाकर भवन के विद्युत अंकेक्षण, फायर सेफ्टी एवं अन्य कारणों की जांच की।
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