उमरिया - कलेक्टर डा. कृष्ण देव त्रिपाठी ने विभिन्न निर्माण विभागो मे स्वीकृत पूर्ण एवं संधारण वाले कार्यो की समीक्षा करते हुये संबंधित अधिकारियो को निर्देश दिये कि निर्माण कार्य समय सीमा मे गुणवत्ता के साथ पूरे किये जाये। जिससे इन कार्यो का लाभ आम जनता को शीघ्रता से मिल सके। उन्होने कहा कि बहुत से कार्यो की परफार्मेस नियत अवधि तक संबंधित ठेकेदारो को करनी होती है। ऐसे कार्यो की विभागीय अधिकारी मानीटरिंग करें तथा उनकी नियमित मरम्मत करायें। शासन को जो नवीन कार्य स्वीकृत हेतु प्रेषित किये गये है उनकी स्वीकृति के लगातार प्रयास किये जाये तथा इसकी जानकारी जिला प्रशासन एवं जन प्रतिनिधियो को भी दी जायें। बैठक मे कलेक्टर द्वारा लोक निर्माण विभाग, जनसंसाधन विभाग, प्रधानमंत्री ग्रामीण सडक, पीआईयू, एमपीआरडीसी के कार्यो की समीक्षा की। बैठक मे अनुपस्थित रहने वाले ब्रिज कार्पोरेशन तथा विद्युत यांत्रिकी लोक निर्माण विभाग के अधिकारियो को अनुपस्थित रहने कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने कहा कि कोई भी निर्माण कार्य अन्तर विभागीय समन्वय के अभाव मे अनावश्यक रूप से लंबित नही रहना चाहिये, संबंधित अधिकारी बैठको मे समस्याओ का निराकरण सुनिश्चित करवायें। उन्होने एमपीआरडीसी द्वारा बनाई जा रही उमरिया शहडोल मार्ग की समीक्षा करते हुये मार्ग के खराब होने पर अप्रसन्नता व्यक्त की तथा प्रबंधक को निर्देश दिये कि जिन स्थानो पर मार्ग ज्यादा खराब है उसकी अविलंब मरम्मत कराकर मोटरेबिल बनाया जायें। इसके साथ ही जहां रोड बन गई है वहां पीएमजीएसवाई की सडके जहां मिलती है वहां एप्रोज रोड बनाई जायें । जल संसाधन विभाग की समीक्षा करते हुये निर्देश दिये कि जो जलाषय विभागीय समन्वय के अभाव के कारण पूरे नही हो पा रहे है उनमे आवश्यक स्वीकृति एवं समस्याओ का निराकरण किया जायें। जिले मे एैसे 8 जलाष्यो के बनने से आठ हजार हेक्टेयर सिंचित रकवा बढ सकेगा। कार्य पालन यंत्री जल संसाधन ने बताया कि 11 उत्वहन सिचाई योजना के डीपीआर भेजे गये है उनकी स्वीकृति मिलने से 33 सौ हे0 क्षेत्र मे अतिरिक्त सिचाई योजना का विस्तार होगा।
कलेक्टर ने लोक निर्माण विभाग तथा पीएमजीएसवाई के कार्यो की समीक्षा करते हुये निर्माण कार्याे की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने तथा जो मार्ग परफॅार्मेंश गारण्टी मे है उनकी नियमित मानीटरिंग कर जीर्णोद्धार कराने के निर्देष दिये। बैठक मे योजना एवं साख्यिकी विभाग द्वारा स्वीकृत कार्यो तथा स्वेच्छा अनुदान के कार्यो की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने षिक्षा विभाग द्वारा शालाओ की मरम्मत कार्यो की समीक्षा करते हुये लोक निर्माण विभाग एवं डीपीसी कार्यालय मे पदसथ उपयंात्रियो को कार्य का भौतिक सत्यापन करने के निर्देष दिये। बैठक मे विभिन्न विभागो के अधिकारी, जिला कोषालय अधिकारी टी एन तेकाम, जिला षिक्षा अधिकारी उमेश धुर्वे उपस्थित रहें.
(अंजनी राय की रिपोर्ट)
0 टिप्पणियाँ