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जिले मे रबी उपार्जन का कार्य उपार्जन केन्द्रों मे सुचारू तरीके से त्रुटिरहित करने के कलेक्टर ने दिए निर्देश

 

उमरिया. प्रदेशा सरकार के निर्देशानुसार रबी उपार्जन का कार्य जिले के 36 केन्द्रों के माध्यम से किया जाएगा। उपार्जन के पूर्व उपार्जन केन्द्रों की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कलेक्टर डा कृष्ण देव त्रिपाठी ने उपार्जन कार्य मे संलग्न अमले को निर्देशित किया है कि उपार्जन कार्य सभी केन्द्रों मे सुचारू रूप से किया जाए । उपार्जन कार्य त्रुटि रहित हो , षिकायते नही आए, किसानों को उपार्जन केन्द्रों में किसी भी तरह की परेषानी का सामना नही करना पड़े तथा पूरी उपार्जन प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए। किसी भी उपार्जन केन्द्र से अनियमितता , रिकार्ड संधारण मे कमी या व्यवस्थाओं मे कमी पाए जाने पर संबंधितों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। यह निर्देश कलेक्टर ने रबी उपार्जन की समीक्षा बैठक के दौरान दिए। बैठक मे जिला आपूर्ति अधिकारी बी एस परिहार, प्रभारी सहायक आयुक्त सहकारिता , डीएम नान , प्रबंधक वेयर हाउस , जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक के समन्वयक , समिति प्रबंधक , आपरेटर उपस्थित रहे। 

 कलेक्टर ने कहा कि सभी उपार्जन केन्द्रों मे क्वालिटी सर्वेयर नियुक्त किए जाए, इनके पास सभी आवष्यक उपकरण होने चाहिए। उपार्जन कार्य मे लगे समिति प्रबंधक, नोडल अधिकारी, सर्वेयर तथा आपरेटर के बैठने के स्थान मे नाम , मोबाइल नंबर तथा परिचय पत्र आदि की व्यवस्था की जाए। सभी सर्वेयर को प्रषिक्षित किया जाए । जो किसान गेहूं के विक्रय हेतु आते है उनके अनाज की सर्वेयर एप्प के माध्यम से गुणवत्ता का परीक्षण करेगे जिसमे गेहूं की नमी, कचरा, बिजातीय तत्व , क्षतिग्रस्त दाने या सिकुड़े या कूटे हुए दाने आदि की जांच की जाएगी, जिसकी रिपोर्ट से संबंधित किसान को अवगत कराया जाएगा तथा किसानवार पंजी का संधारण भी किया जाएगा। उपार्जन केन्द्र मे गुणवत्ता मापदण्ड से संबंधित फ्लैक्स, किसानो के बैठने के लिए छायादार व्यवस्था, पीने के पानी आदि उपलब्ध होना चाहिए। जिन किसानों के अनाज के सेंपल कम गुणवत्ता के पाए जाए उन्हें नियमानुसार गुणवत्ता सुधारने का अवसर दिया जाए । यह कार्य किसान उपार्जन केन्द्र या अपने घर ले जाकर भी कर सकते है। यदि उपार्जन केन्द्र मे यह कार्य किया जाता है तो , इसका रिकार्ड रखा जाए तथा किसान द्वारा किए गए भुगतान की रसीद तथा श्रमिकों के भुगतान संबंधी पंजी का संधारण अनिवार्य रूप से किया जाए। 

 कलेक्टर ने कहा कि समय समय पर शासन द्वारा निर्धारित मानकों के आधार पर जिला एवं जनपद स्तर के अधिकारियों द्वारा उपार्जन कार्य की समीक्षा की जाएगी, उनके प्रतिवेदन के आधार पर कार्यवाही भी सुनिष्चित की जाएगी। आपने समिति प्रबंधकों को निर्देष दिए कि उनके अधीन कार्य करने वाले सभी स्टॉफ का समय पर वेतन भुगतान हो जाए तथा सारी व्यवस्थाएं चुस्त दुरूस्त रहे , अन्यथा वे भी कार्यवाही के भागीदार होगे। जिला आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि किसानो को उपार्जन संबंधी एसएमएस नही भेजे जाएगे, उन्हें स्लॉट बुक कराना होगा । किसान एक ही बार स्लॉट बुक करा सकेगे तथा जितनी मात्रा के लिए स्लॉट बुक कराया गया है उसकी खरीदी एक ही बार मे हो सकेगी। किसान चाहे तो उपार्जन केन्द्र में अलग अलग दिनों में अनाज लाकर एक दिन मे अनाज का विक्रय कर सकेगे। जिस अनाज की खरीदी हो जाएगी, उसकी बोरियां लाल रंग के धागे से सिली जाएगी। प्रतिदिन उपार्जित अनाज की प्रोसिंग करना अनिवार्य रखा गया है।

(अंजनी राय की रिपोर्ट)

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