जिले से 21 टन महुआ का ब्रिटेन मे किया जाएगा निर्यात
उमरिया -एक जिला एक उत्पाद अंर्तगत उमरिया जिले मे महुआ उत्पादन का चयन किया गया है। जिले मे आदिवासी समाज द्वारा वनोपज के तहत महुआ संग्रहण किया जाता है। प्रदेश सरकार द्वारा वनोपज संग्रहण नीति के तहत महुआ की खरीदी का समर्थन मूल्य 35 रूपये प्रति किलो है। वनोपज संग्रहण नीति के तहत बाजार मे भी महुआ के दाम बढ़ गये है।
उमरिया जिले मे महुआ के मूल्य संवर्धन के लगातार प्रयास जिला प्रशासन , वन विभाग तथा ग्रामीण आजीविका परियोजना के माध्यम से किया जा रहा है। ग्रामीण आजीविका परियोजना तथा वन विभाग द्वारा महिलाओ के स्व सहायता समूहो को प्रशिक्षण देकर विभिन्न उत्पाद जैसे महुआ के बिस्किट, लड्डू, अचार, ब्रेकरी आदि तैयार कर विष्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व मुख्यालय ताला , जिला मुख्यालय सहित जिले की अन्य मिष्ठान दुकानों से इन उत्पादो को बेचने के साथ ही शासन द्वारा समय समय पर लगने वाले हॉट बाजारो मे भी उत्पादों के विक्रय की व्यवस्था की जाती है।
वन विभाग द्वारा एक कदम और बढ़ाते हुए महुआ के गुणवत्ता के अधार पर ब्रिटेन की कंपनी को फारेस्ट से अनुबंध कर महुआ निर्यात के प्रयास किए गए है। प्रथम वर्ष मे कंपनी द्वारा 21 टन महुआ 110 रूपये प्रति किलो ग्राम की दर से खरीदने का आर्डर किया है। निर्यात किए जाने वाला महुआ की बेहतर गुणवत्ता हेतु महुआ संग्राहको को वन विभाग द्वारा प्रषिक्षित किया गया है। जिन किसानो का चयन किया गया है उन्हें महुआ संग्रहण हेतु नेट उपलब्ध कराए गए है । पेड़ से महुआ टपकने पर इसी नेट मे महुआ गिरता है , जिससे महुआ स्वच्छ एवं दाग रहित तरीके से संकलित करने मे संग्राहक को सुविधा होती है। संग्रहित महुआ को सौर पैनल के माध्यम से सुखाया जाता है, इसके बाद गुणवत्ता युक्त महुआ को अलग करके उसकी पैकिंग की जाती है, जिसमे महुए से संबंधित समस्त जानकारियां प्रिंट की जाती है। महुए की पैकिंग वनमंडला अधिकारी मोहित सूद, अनुविभागीय अधिकारी वन कुलदीप त्रिपाठी तथा वन रेंजर योगेश गुप्ता की देख रेख मे की जा रही है।
(अंजनि राय की रिपोर्ट)
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