बेटी है तो कल है, बेटी जगत जननी है - जन जातीय कार्य मंत्री
लाड़ली बहना योजना से समाज मे बेटियों के प्रति बढ़ा सम्मान- विधायक बाँधवगढ़
उमरिया । प्रदेश सरकार के निर्देशानुसार जिले मे लाड़ली दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। जिला मुख्यालय स्थित रानी दुर्गावती सभागार मे आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं प्रदेश शासन की जन जातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह ने लाड़ली दिवस के अवसर पर प्रदेष की 45 लाख लाड़लियों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रदेष के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा बेटियो एवं महिलाओं के सम्मान दिलाने हेतु चलाई गई लाड़ली लक्ष्मी योजना तथा अब मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना उनके आर्थिक एवं सामाजिक विकास के लिए मील का पत्थर साबित होगी। आपने कहा कि लाड़ली बहना योजना से समाज मे जागरूकता बढ़ी है । अब बेटियों का जन्म उत्साह के रूप मे मनाया जाता है। बेटी है तो कल है क्योकि बेटी ही जगत जननी है। बेटियो के शिक्षित होने से वह अपने पिता के घर को अपने ससुराल को तथा अपनी संतान को शिक्षित एवं सुसंस्कृत बनाती है। प्राचीन काल से ही हमारे समाज मे बेटियों एवं महिलाओं के सम्मान की परंपरा रही है । इस परंपरा को आगें भी बनाये रखने की जरूरत है। इसके पूर्व जन जातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह, विधायक बांधवगढ़ षिव नारायण सिंह, कलेक्टर डा कृष्ण देव त्रिपाठी, दिलीप पाण्डेय, कुसुम सिंह, धनुषधारी सिंह ने कन्या पूजन किया तथा अतिथियों ने मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। अतिथियों ने लाड़ली बेटियों पर पुष्प वर्षा कर उनका सम्मान किया तथा खुषी का इजहार किया। कार्यक्रम मे प्रदेष के मुख्यमंत्री श्री षिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य मे आयोजित राज्य स्तरीय लाड़ली दिवस के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण एवं उदबोधन देखा एवं सुना गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक बांधवगढ़ शिवनारायण सिंह ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना से बेटियों को षिक्षा, स्वास्थ्य, कुपोषण , बाल अपराध जैसी बुराईयों से मुक्ति मिली है । अब बेटियां पढ़ लिखकर आगें बढ़ रही है । बेटियों ने समाज के हर क्षेत्र मे चाहे वह षिक्षा हो, राजनीति हो, चिकित्सा हो , इंजीनियर हो, पायलट हो, पुलिस हो या सेना हो सभी क्षेत्रों मे अपना परचम लहराया है। उनकी इस सफलता से समाज की सोच भी बदली है। अब बेटियों को कोख मे मारने की जगह उनके जन्म पर खुषियां मनाई जाने लगी है।
कलेक्टर डा कृष्ण देव त्रिपाठी ने बताया कि जिले मे कुल 38649 लाड़लियां पंजीकृत है। जिनमे से 7595 लाड़लियों को छात्रवृत्ति का लाभ मिल रहा है। आपने कहा कि एक जनवरी 2006 को आधार तिथि मानकर यह योजना प्रारंभ की गई थी। अब ये बेटियां बड़ी हो चुकी है । कुछ बेटियां तो कॉलेज मे षिक्षा ग्रहण कर रही है। कॉलेज मे प्रवेष लेने पर इन्हें 12500 रूपये तथा स्नातक की परीक्षा पास करने पर पुनः 12500 कुल 25 हजार रूपये की छात्रवृत्ति दी जाती है। 21 साल की उम्र पूरी करने पर एक लाख रूपये उनके खाते मे जमा होते है। योजना के माध्यम से प्रत्येक लाड़ली को एक लाख 43 हजार रूपये का लाभ प्रदेष सरकार दे रही है। कार्यक्रम को कुसुम सिंह तथा करकेली ग्राम पंचायत जिसे लाड़ली फ्रेंडली पंचायत घोषित किया गया है की सरपंच संगीता सिंह ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम का संचालन लाड़ली बेटी आराध्या गुप्ता एवं मोनिका काछी द्वारा किया गया। कार्यक्रम के संचालन मे सुषील मिश्रा ने सहयोग दिया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग भरत सिंह राजपूत, सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग दिव्या गुप्ता, सरपंच , जनप्रतिनिधि, महिला एवं बाल विकास विभाग के मैदानी अमला, लाड़ली बेटियां तथा उनके अभिभावक उपस्थित रहे। इस अवसर पर मार्षल आर्ट का प्रदर्शन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए।
(अंजनी राय की रिपोर्ट)
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