उमरिया. जिले की लाइफलाइन कही जाने वाली उमरार नदी के जीणोद्धार के लिए स्वयंसेवी संगठनों और आम नागरिकों द्वारा लगातार श्रमदान कर नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने का कार्य किया जा रहा है,जिले के कलेक्टर कृष्णदेव त्रिपाठी की पहल पर नागरिकों ने स्वस्फूर्त मन से नदी सफाई का अभियान शुरू किया है और नदी सफाई अभियान में श्रमवीरो कई संख्या लगातार बढ़ती जा रही है,मंगलवार को कलेक्टर ने स्वयं हनुमान घाट जाकर सफाई अभियान में हिस्सा लिया और लोगों का मनोबल बढ़ाया है,कलेक्टर ने नदी से निकाले गए मलबे को हटाने और आवश्यक संसाधन मुहैया कराने के लिए नगरपालिका को निर्देशित किया है बता दें शुरुआती चरण में नदी के उप स्ट्रीम जिसमे ज्वालामुखी घाट,खलेसर घाट,पम्प हाउस के समीप नदी में कचरा,मलबा,और घास को साफ किया जाकर नदी में प्राकृतिक स्त्रोत के माध्यम से नदी को पुनर्जीवित करने का प्रयास किया गया था,नदी सफाई का यह अभियान बीते दो सप्ताह पूर्व बारिश के ठीक पूर्व दोबारा आरंभ किया गया है जिसमे नागरिक समाज,स्वयंसेवी संगठन,और प्रशासनिक अधिकारी हिस्सा लेकर नदी के डाउन स्ट्रीम जिसमे बहराधाम घाट,हनुमान घाट,नीम घाट और नैगँवा टोला से होकर बहने वाली उमरार नदी के आसपास जमा कचरा,मलबा,और घास को साफ किया जाकर नदी के प्रवाह को सरंक्षित और संवर्धित करने का प्रयास किया जा रहा है,जिले के कलेक्टर कृष्णदेव त्रिपाठी ने नदी के आसपास के रहवासियों से अपील की है कि वे नदी को साफ रखने में सहयोग करें साथ ही नागरिकों से भी नदी सफाई अभियान में आवश्यक सहयोग देने की बात कही है।
इन्होंने लिया हिस्सा।
उमरार नदी सफाई अभियान के साथ साथ साफ हो चुके नदी के किनारों में औषधीय वृक्ष रोपित किये जायेंगे,नदी सफाई अभियान में वरिष्ठ नागरिक बाबूलाल भिवानिया,सेवा भारती के अखिलेश त्रिपाठी,ऋषि रिछारिया,गोपाल पांडे राजू साहू,कृष्णगोपाल ताम्रकार,तरुण केवट,रामनरेश साहू,रामनरेश ताम्रकार,कल्लू कचरे,राजू गुप्ता,गोपाल पांडेय ने विशेष रुचि के साथ अभियान में हिस्सा लिया है।
(ब्यौरों रिपोर्ट)
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