गौरव यात्रा का ग्राम पंचायत निगहरी एवं तामान्नारा में हुआ स्वागत
प्रचार रथ के माध्यम से रानी दुर्गावती पर केंद्रित लघु फिल्मों का किया गया प्रदर्शन
रानी दुर्गावती के बलिदान से सभी को प्रेणना लेनी चाहिए- सासंद बैतूल एवं यात्रा प्रभारी
वीरांगना रानी दुर्गावती ने स्वराज और स्व धर्म के लिए बलिदान दिया- अनुसूचित जन जाति मोर्चा प्रदेषाध्यक्ष
उमरिया ।वीरांगना रानी दुर्गावती की वीरता और बलिदान गाथा को जन जन तक पहुंचाने के लिए प्रदेश के छिंदवाड़ा से वीरांगना रानी दुर्गावती गौरव यात्रा को लेकर बैतूल के सांसद दुर्गा दास उइके उमरिया जिले की सीमा ग्राम घोघरी पहुँचे, जहाँ पर ग्रामीणों ने फूल वर्षा के साथ गौरव यात्रा का स्वागत किया । यात्रा में अनुसूचित जन जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कल सिंह भवर सिंह उपस्थित रहे।
वीरांगना रानी दुर्गावती गौरव यात्रा के साथ चल रहे प्रचार रथ के माध्यम से वीरांगना रानी दुर्गावती के जीवन से जुड़ी गाथाओं का प्रचार प्रसार किया जा रहा था। यात्रा के दौरान घोघरी के ग्रामीणों ने फूल वर्षा बाईक रैली के माध्यम से यात्रा का भव्य स्वागत किया । यात्रा के दौरान आदिवासी लोक नृत्य की प्रस्तुति आकर्षण का केंद्र रही। यात्रा ग्राम घोघरी से होते हुए ग्राम पंचायत निगहरी पहुंची जहां कर्मा नृत्य के साथ रानी दुर्गावती गौरव यात्रा का भव्य स्वागत किया गया, उसके बाद यह यात्रा ग्राम पंचायत तामान्नारा पहुंची। यात्रा का कलेक्टर डॉक्टर कृष्ण देव त्रिपाठी, पुलिस अधीक्षक प्रमोद सिन्हा, एसडीएम बांधवगढ़ सिद्धार्थ पटेल, यात्रा के नोडल अधिकारी उप संचालक कृषि खेलावन डेहरिया, सहायक नोडल अधिकारी सीईओ जनपद पंचायत करकेली, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग भरत सिंह राजपूत, सुनेंद्र सदाफल , जनप्रतिनिधि कमल सिंह, संतोष सिंह, जिला समन्वयक जन अभियान परिषद रविन्द्र शुक्ला, नगर निरीक्षक राघवेंद्र तिवारी, नवांकुर संस्था, प्रस्फुटन समिति सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित रहे। कार्यक्रम के शुभारंभ रानी दुर्गावती के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए बैतूल सांसद एवं यात्रा प्रभारी दुर्गा दास उइके ने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती से सभी को प्रेणना लेनी चाहिये। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा 22 जून को वीरांगना रानी दुर्गावती की गौरव यात्रा पांच स्थानों से निकाली गई है। सभी यात्राओं का समापन शहडोल जिले में देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मुख्य आथित्य में होगा। उन्होंने कहा कि यात्रा के माध्यम से रानी दुर्गावती द्वारा दिये गए बलिदान को याद किया जा रहा है।
रानी दुर्गावती भारत की उन वीरांगनाओं में से एक हैं, जिन्होंने अपने शौर्य और साहस से वीरता एक नई इबारत लिखी। रानी दुर्गावती ने किसी के आगे घुटने नहीं टेके और मातृभूमि की रक्षा के लिए अपने प्राण तक न्यौछावर कर दिए। उनका साहस और बलिदान हमेशा देशवासियों को प्रेरित करता रहेगा।रानी दुर्गावती गोंडवाना अंचल ही नहीं पूरे देश की शान थीं। उनका शौर्य आज भी अनुकरणीय और नारी शक्ति के गौरव व गरिमा का प्रतीक है।वर्तमान जबलपुर उनके राज्य का केंद्र था। 24 जून, 1564 को वह युद्धभूमि में लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुईं। इनके संघर्षों से आज की युवा पीढ़ी और बालिकाओं को प्रेरणा लेने की जरूरत है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुऐ अनुसूचित जन जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कल सिंह भवर ने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती ने स्वराज और स्व धर्म के लिए बलिदान दिया। उनके कृतिव्य एवं व्यतित्व से प्रेणना लेनी चाहिए। भारत के शौर्य और स्वाभिमान की प्रतीक वीरांगना रानी दुर्गावती की गौरव यात्रा 5 स्थानों से निकाली जा रही है, जो 26 जून को शहडोल पहुँचेंगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी 27 जून को शहडोल में गौरव यात्रा का समापन करेंगे। आपने बताया कि रानी दुर्गावती का जन्म 5 अक्टूबर वर्ष 1524 में बांदा जिले के चंदोलवंश के राजा कृति सिंह के यहाँ हुआ था विवाह गोंडवाना साम्राज्य के राजा संग्राम सिंह के पुत्र दलपत शाह से हुआ, लेकिन दुर्भाग्यवश चार वर्ष बाद ही राजा दलपत शाह का निधन हो गया। पति के निधन के समय दुर्गावती का पुत्र नारायण तीन वर्ष का ही था, इसलिए रानी को स्वयं शासन संभालना पड़ा। वर्तमान जबलपुर उनके राज्य का केंद्र था। रानी ने 16 वर्ष तक इस क्षेत्र में शासन किया इनके कुशल प्रशासक और शौर्य के चर्चे अधिक थे। 24 जून, 1564 को वह युद्धभूमि में लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुईं। इनके संघर्षों से आज की युवा पीढ़ी और बालिकाओं को प्रेरणा लेने की जरूरत है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक बाँधवगढ़ शिव नारायण सिंह ने कहा कि प्रतिवर्ष 24 जून को रानी दुर्गावती का बलिदान दिवस श्रद्धा पूर्वक मनाया जाता है। गोंडवाना साम्राज्य की महारानी रानी दुर्गावती की शौर्य गाथा को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से यह निकाली जा रही है। यात्रा का उद्देष्य नई पीढि़यों को आजादी की लड़ाई में अपना सर्वस्व न्यौछावर कर देने वाले वीरों के बारे में अवगत कराना है।
कर्मा नृत्य पर थिरके बैतूल सांसद सहित अन्य अतिथि गण
ग्राम पंचायत निगहरी में गौरव वीरांगना रानी दुर्गावती गौरव यात्रा के दौरान आदिवासी लोक नृत्य कर्मा पर बैतूल सांसद एवं यात्रा प्रभारी दुर्गादास उइके, अनुसूचित जन जाति मोर्चा के प्रदेष अध्यक्ष कल सिंह भंवर, विधायक बांधवगढ़ सहित अन्य ग्रामीण जन थिरके। उन्होने ढोल बजाकर कलाकारों का उत्साह वर्धन भी किया।
(अंजनी राय की रिपोर्ट)
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