एमपी के चुनावों को लेकर राजनीतिक पार्टियां तो आमने सामने हैं,लोकगायन के माध्यम से राजनीतिक दल पहले से भी अपने अपने समर्थन और विपक्ष को पटखनी देने का पैंतरा आजमाते रहे हैं लेकिन इस बार के एमपी के चुनाव में पहली बार बिहार और यूपी की लोकगायिका सरकार की आलोचना और समर्थन में आमने सामने हैं,मामला बड़ा दिलचस्प है।
भोपाल।मध्यप्रदेश में विधानसभा के चुनाव नजदीक हैं ऐसे में जहां सत्ता पक्ष और विपक्ष आरोपो की बड़ी बड़ी फेहरिश्त लेकर एक दूसरे पर हावी होने की कोशिश कर रहा है वहीं सरकार को घेरने और पक्ष में समर्थन तैयार करने के लिए बिहार और यूपी की लोकगायिकाओं के बीच जंग छिड़ गई है, बिहार के कैमूर की रहनेवाली लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने एमपी में काबा पार्ट वन गाकर वर्तमान शिवराज सरकार के बीते कार्यकाल को लेकर कई सवाल खड़े किये तो जबाब यूपी के मेरठ की रहने वाली अनामिका अम्बर ने शिवराज सरकार के समर्थन में मामा मैजिक करत है गाकर दिया है।
सुनिए एमपी में काबा नेहा सिंह राठौर की जुबानी
बता दें लोकगायिका नेहा सिंह राठौर ने मध्यप्रदेश में हालिया पटवारी भर्ती चयन परीक्षा में हुए महाघोटाले से लेकर बीते दिनों हुए सीधी पेशाब कांड,महाकाल लोक के निर्माण में गड़बड़ी,पेंशन घोटाले,बेरोजगारी और व्यापम घोटाले पर सवाल दागे और मामा मुख्यमंत्री की तुलना कंस सकुनी से कर दी है,सवाल और आरोप बिहार की रहने वाली नेहा सिंह राठौर ने उठाये तो उसका जबाब भी लोकगायन के माध्यम से उत्तरप्रदेश के मेरठ में रहने वाली ख्यातिप्राप्त लोकगायिका अनामिका जैन अम्बर ने अपने लोकगायन के माध्यम से सरकार का बचाव करते हुए दिया है,मामा मैजिक करत है अनामिका अम्बर की जुबानी
अनामिका जैन ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का जिक्र करते हुए मामा मैजिक करत है टाइटल के नाम से गीत तैयार किया है जो पूरे प्रदेश में सोशल मीडिया में वायरल है,अनामिका अम्बर ने अपने लोकगायन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जनता के प्रति लोकप्रिय बताते हुए मामा शिवराज सिंह चौहान को एमपी को बीमारू राज्य से मुक्ति दिलाने वाला,अर्थव्यवस्था को दुगुनी करना सहित,पुलिस व्यवस्था को दुरुस्त करने,तीर्थदर्शन योजना,महाकाल लोक निर्माण,लाडली लक्ष्मी योजना,युवाओं के लिए सीखो कमाओ योजनाओँ की उपलब्धियां गिनाते हुए सरकार का बचाव किया है,लोकगायन के माध्यम से पहली बार जनता के सामने सरकार के पक्ष और विपक्ष की तस्वीर रेखांकित की जा रही है,जनता लोकगायिकाओं के कितने प्रभाव में आती है यह तो चुनाव परिणाम बताएंगे लेकिन एमपी की जनता लोकगायिकाओं के गायन से सरकार की आलोचना और समर्थन का चटखारे लेकर मजा ले रही है।
(ब्यूरो रिपोर्ट)
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