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जिले के सभी विद्यार्थियों तथा 20 वर्ष तक के किशोर-किशोरियों को कृमि नाशक दवा अनिवार्य रूप से दी जाए- कलेक्टर

 

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम आज मनाया जाएगा

कृमि नियंत्रण की दवाई स्कूलों एवं आंगनबाड़ी के माध्यम से निशुल्क दी जाएगी

उमरिया  । राष्ट्रीय कृमि दिवस के अवसर पर 12 सितंबर को आंगनबाड़ी केंद्रों एवं स्कूलों में कृमिनाशक दवा खिलाई जाएगी । जिले का कोई भी बच्चा किशोर-किशोरी कृमि नाशक दवा खाने से छूटे नही । यह निर्देश कलेक्टर बुध्देश कुमार वैद्य ने राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के आयोजन की तैयारी बैठक के दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए । बैठक में सीईओ जिला पंचायत इला तिवारी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास अखिलेश पाण्डेय, जिला शिक्षा अधिकारी श्री गौर, मुख्य  चिकित्सा एवं स्वास्थ्य   अधिकारी डा. आर के मेहरा, सिविल सर्जन डा. के सी सोनी, जिला टीकाकरण अधिकारी ऋचा गुप्ता, डीएचओ संतोष चौधरी,  डा. मुकुल तिवारी, डा. व्ही एस चंदेल, रोहित सिंह, बुध्दराम रहंगडाले, प्राजीत कौर सहित स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला उपस्थित रहा । 

मुख्य् चिकित्सा  एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा आर के मेहरा ने बताया कि 12 सितंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा । राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस को कृमि नियंत्रण की दवाई स्कूलों एवं आंगनबाड़ी के माध्यम से निशुल्क दी जाएगी । 

 उन्होेने बताया कि 1-5 साल के बच्चो को यह दवाई आंगनबाड़ी केंद्र पर खिलाई जाएगी । 6-19 साल के बच्चो, किशोर, किशोरियों को यह दवाई स्कूल में खिलाई जाएगी । गैर पंजीकृत और स्कूल ना जाने वाले बच्चो, किशोर , किशोरियो को भी यह दवाई आंगनबाड़ी में खिलाई जाएगी । एलवेण्डाजोल बच्चों, किशोर, किशोरियों के लिए दवाई सुरिक्षत है। एलवेण्डाजोल की गोली कृमि नियंत्रण में मदद करती है ।  दवाई हमेशा अपने निगरानी में स्कूल एवं आंगनबाड़ी देने के निर्देश दिए गए है । 

 उन्होने बताया कि कृमि संक्रमण से बच्चों, किशोर, किशोरियो के स्वास्थ्य पर अनेक हानिकारक प्रभाव पड़ते है जिसमें खून की कमी अनीमिया, कुपोषण, भूख न लगना, बेचैनी , पेट मे दर्द, उल्टी दस्त , वजन मे कमी शामिल है । कृमि नियंत्रण से खून की कमीं में सुधार , बेहतर पोषण स्तर के प्रत्यक्ष फायदे तथा स्कूल और आंगनबाड़ी मे उपस्थिति तथा सीखने की क्षमता में सुधार लाने, भविष्य में कार्य क्षमता और औसत आय मे बढोत्तरी , वातावरण मे कृमि की संख्या कम होने पर समुदाय को लाभ मिलता है । 

 उन्होने अपील करते हुए कहा है कि अपने बच्चों को नजदीकी आंगनबाड़ी और स्कूल पर अवश्य लाएं और कृमि नियंत्रण की दवाई निशुल्क  खिलवाएं, जो बच्चे किशोर किशोरियां छूट जाएगी उन्हें यह दवाई 15 सितंबर को अवश्य खिलाएं। 



(अंजनी राय की रिपोर्ट)

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