दुनिया भर में बाघों के लिए मशहूर बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में एक सिर कटे हुए बाघ का सड़ा गला शव मिलने की खबर लगते ही वन महकमे में सनसनी फ़ैल गई घटना मानपुर बफर के उसी पटेहरा बीट की बताई जा रही है जहां 27 अगस्त को एक युवा बाघिन की भी मौत हुई थी,बाघ का शव जंगल के एक मौसमी नाले की रेत में पड़ा था जिसे सुरक्षा श्रमिको ने देखा और प्रबंधन को सूचना दी जिसके बाद पार्क प्रबंधन की टीम पूरे रेस्क्यू टीम के साथ मौके पर पहुंची और घटना की प्राथमिक पड़ताल के बाद पीएम कराया गया और पूरे प्रोटोकाल के साथ बाघ का अंतिम संस्कार कर दिया गया,बाघ की मौत के पीछे शिकार की आशंका जताई जा रही है जिसे प्रबंधन भी इंकार नही करता लेकिन असल वजह तो पीएम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच रिपोर्ट से ही साफ होगी,गौरतलब है कि मार्च महीने के बाद से अब तक बांधवगढ़ में दस बाघों की मौत के बड़े आंकड़े से कई सवाल खड़े होते है जिसका प्रबंधन को जबाव देना चाहिए,यह अलग बात है कि पार्क प्रबंधन क्षेत्र के लिहाज से बाघों की बढ़ी हुई तादात को इसका कारण मानता है जो की कितना सही है कहा नही जा सकता ।
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