Villagers are angry after the death of an old man due to tiger attack,
four hundred people from four villages are protesting by keeping the dead body.
उमरिया।उमरिया के बाँधवगढ टाइगर रिसर्व में फिर एक बार आक्रोश की स्थित निर्मित हुई है ग्रामीणों ने पार्क प्रबंधन के खिलाफ बाघ के हमले से मृत वृद्ध का शव रखकर आंदोलन शुरू कर दिया है,प्रदर्शनकरियों में ग्राम बमेरा,कशेरु सहित आसपास के चार गांव के चार सौ से अधिक की संख्या में ग्रामीण मौजुद हैं,ग्रामीणों ने पार्क प्रबंधन के ऊपर बाघों की तकवारी और ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर लापरवाही के आरोप लगाए हैं आतंकी बाघ के द्वारा गांवों में लगातार हमले के बाद भी पार्क प्रबंधन ने बाघ को इलाके से हटाने में कोई रुचि नही दिखाई जिसके कारण आतंकी बाघ के हमले से ग्राम बमेरा निवासी वृद्ध की जान चली गई।
बाघ के हमले से हुई मौत।
टाइगर रिसर्व के कोर एरिया स्थित ग्राम बमेरा में मंगलवार की रात मवेशी के शिकार की तलाश में भटक रहे बाघ ने घर मे घुसकर कम्मा यादव के ऊपर हमला कर दिया जिसकी उपचार के दौरान जबलपुर ले जाते समय रास्ते मे।मौत हो गई,मौत की खबर से ग्रामीण आक्रोशित हो गए हैं और शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
ग्रामीणों ने बताई परेशानी
ग्राम बमेरा में बाघ के हमले से वृद्ध की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है और सैकड़ो की संख्या में एकजुट होकर पर प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं ग्रामीणों ने अपनी परेशानी बताते हुए कहा है कि बीते कई वर्षों से वह हिंसक वन्य जीव के आतंक का सामना कर रहे हैं गांव के आसपास चारों ओर लेंटाना फैला हुआ है जिसकी सफाई नहीं कराई जा रही है और लेंटाना की झाड़ियां से छिपते हुए बाघ सहित अन्य हिंसक वन्य जीव गांव में प्रवेश कर जाते हैं और ग्रामीणों को जान माल का खामीयाजा भुगतान पड़ता है वहीं ग्राम बमोरा से मुख्य मार्ग तक जाने के लिए सड़क नहीं है लोगों को आज भी गड्ढों से भरी पगडंडी से होकर गुजरना पड़ता है ग्रामीणों का कहना है कि बाघ के हमले से घायल वृद्ध को सड़क ना होने के कारण उपचार मिलने में समय लगने से असुविधा हुई अगर मार्ग सही होता तो शायद उसे बचाया जा सकता था।
अधिकारी दे रहे समझाइश।
ग्राम बमेरा में आक्रोशित ग्रामीणों को समझाइश देने में जिला प्रशासन पुलिस और पार्क के अधिकारी जुटे हैं मौके पर थाना प्रभारी समेत राजस्व विभाग के अधिकारी पार्क के एसडीओ एफएस निनामा,दिलीप सिंह मराठा,आरओ अर्पित मैराल सहित अन्य अधिकारी मौजुद हैं।
मझखेता जैसे बने हालात
ग्राम बमेरा में पार्क प्रबंधन के खिलाफ बीते दिनों हुए ग्राम मझखेता में ग्रामीणों के द्वारा प्रदर्शन किये जाने जैसे हालात बन गए ग्रामीण शव का अंतिम संस्कार अपनी मांगों के पूरी होने के पहले करते नही दिखाई दे रहे हैं।
मझखेता जैसे बने हालात
ग्राम बमेरा में पार्क प्रबंधन के खिलाफ बीते दिनों हुए ग्राम मझखेता में ग्रामीणों के द्वारा प्रदर्शन किये जाने जैसे हालात बन गए ग्रामीण शव का अंतिम संस्कार अपनी मांगों के पूरी होने के पहले करते नही दिखाई दे रहे हैं।
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