उमरिया जिले की बांधवगढ़ विधानसभा सीट में भाजपा कांग्रेस का समीकरण बिगाड़ेंगे कांग्रेस के बागी नेता बाला सिंह टेकाम,गोंगपा से उतरे चुनाव मैदान में,जनजातीय समाज में गहरी पैठ रखने वाले बाला सिंह टेकाम को मिला है बहुजन और दलित महासभा का समर्थन,त्रिकोणीय हुआ बांधवगढ़ में चुनाव का मुकाबला।
उमरिया उमरिया जिले की बांधवगढ़ विधानसभा सीट से रिटायर्ड शिक्षक एवं कांग्रेस नेता बाल सिंह टेकाम पार्टी से बगावत कर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से चुनाव लड़ने जा रहे हैं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने शुक्रवार को प्रदेश की अन्य विधानसभाओं की अन्य विधानसभाओं के साथ बांधवगढ़ विधानसभा के प्रत्याशियों की घोषणा की है जिसमें बांधवगढ़ से बाला सिंह टेकाम का नाम उम्मीदवार के रूप में सामने आया है बाल सिंह टेकाम ने बताया है कि वह आदिवासी उत्पीड़न को लेकर चुनाव मैदान में है और उन्हें आमजन का पूरा सहयोग मतदान के रूप में चुनाव में मिलेगा बता दें बाल सिंह टेकाम शिक्षक रहे हैं और जनजातीय समाज के संस्कृति संरक्षण संवर्धन में बीते कई वर्षों से कार्यरत रहे हैं जिले के जनजातीय समुदाय में उनकी गहरी पैठ है बाला सिंह टेकाम के चुनाव मैदान में उतरने से भाजपा और कांग्रेस दोनों को नुकसान उठाना पड़ सकता है वर्तमान में बांधवगढ़ विधानसभा सीट से केवल दो प्रत्याशी मैदान में है जिसमें भाजपा से वर्तमान विधायक शिवनारायण सिंह एवं कांग्रेस से श्रीमती सावित्री सिंह विधानसभा का चुनाव लड़ रही है बाला सिंह टेकाम ने दावा किया है की बहुजन समाज पार्टी के स्थापित वोट,दलित समाज के वोट उन्हें मिलेंगे और वे चुनाव जीतेंगे,अब वे चुनाव जीतेंगे या नहीं यह तो मतगणना के बाद पता चलेगा लेकिन बाला सिंह के मैदान में आ जाने से बांधवगढ़ विधानसभा सीट का मुकाबला त्रिकोणीय संघर्ष के रूप में नजर आएगा।
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