उमरिया में परिवहन विभाग का बाबू बना RTO,बाबू के भरोसे परिवहन विभाग का कार्यालय,बाबू कैलाश शर्मा कर रहा जिला परिवहन अधिकारी का काम,दस्तावेज चेकिंग के नाम हो रही वसूली,पीड़ित चालको का आरोप,विभाग के बाबू दी सफाई कहा मैने नही लिए पैसे,कलेक्टर ने दिया बाबू के ऊपर कार्यवाही का भरोसा।
उमरिया जिले में आरटीओ विभाग एक बाबू बना जिला परिवहन अधिकारी,बाबू कैलाश शर्मा नेशनल हाईवे 43 से गुजरने वाले वाहनों को रोकता है वाहन को जब्त कर परिवहन कार्यालय ले जाता है फिर उनसे हजारों की जबरिया वसूली कर उन्हें छोड़ देता है,सवाल ये है की जब वाहनों को रोकने दस्तावेज चेक करने का अधिकार केवल जिला परिवहन अधिकारी का है तो बाबू को किसने ये हक दिया,शुक्रवार की शाम परिवहन कार्यालय के बाबू ने RTO की गाड़ी में सवार होकर उमरिया कटनी नेशनल हाईवे में जमदेशपुर से जबलपुर जा रहे दो दर्जन नए चेचिस ट्रकों को दस्तावेज चेकिंग के नाम पर रोका और फिर ट्रको को जब्त कर आरटीओ कार्यालय लाया गया ट्रक चालकों ने बताया की बाबू ने प्रति ट्रक एक हजार की रिश्वत लेकर उन्हें छोड़ दिया इस बीच ट्रक चालकों को भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा,
सुनिए चालक जयराम यादव निवासी जमदेशपुर का आरोप
उमरिया जिले में परिवहन विभाग में चल रहे वसूली के इस पूरे खेल में जिला परिवहन अधिकारी संतोष पाल की संलिप्तता भी खुलकर सामने आई है,जब जी मीडिया ने इस मामले में रिश्वत के आरोपी से बात की तो वह रिश्वत लेने की बात से सीधे मुकर गया,बता दें उमरिया जिले में जिला परिवहन अधिकारी के पद पर संतोष पाल पदस्थ हैं और ये वहीं संतोष पाल है जिनके घर लोकायुक्त की कार्यवाही में करोड़ों की बेनामी संपत्ति और घर की छत में स्विमिंग पुल मिला था और इसी अधिकारी की सह पर उमरिया में भी वसूली का खुलेआम खेल खेला जा रहा है,
शिकायत के बाद कलेक्टर ने क्या कहा सुनिए
लेकिन इस घटना के जिला परिवहन कार्यालय में चल रहे वाहनों से वसूली के खेल को खुलकर उजागर कर दिया है अब देखना है भ्रष्टाचार में संलिप्त RTO विभाग के बाबू और अधिकारी के ऊपर सरकार क्या कार्यवाही करती है।
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