उमरिया।जिले के विश्वविख्यात बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में शुक्रवार की शाम रेस्क्यू कर पिंजरे में कैद किए गए जंगली भालू की तीन घंटे बाद मौत हो गई है,आशंका जताई जा रही है की भालू किसी अन्य हिंसक वन्य जीव के काटने से वायरस जनित बीमारी से ग्रसित रहा है जिसके कारण उसके स्वभाव में परिवर्तन आने से वह हमलावर हो चुका था,पार्क के क्षेत्र संचालक लखनलाल उइके ने जानकारी देते हुए बताया है की मृत भालू का वन अधिनियमों के तहत शव परीक्षण उपरांत अंतिम संस्कार किया जाएगा भालू की मौत की असल वजह पीएम रिपोर्ट के बाद सामने आ पाएगी।
एक को उतारा मौत के घाट,सात लोगों सहित हाथी को भी किया घायल।
जंगली भालू का उत्पाद गुरुवार को सामने आया जब गुरुवाही ग्राम के समीप खेत में काम कर रही एक महिला के ऊपर भालू ने हमला कर दिया जिसे बचाने गए पांच अन्य लोगों पर भी भालू हमलावर हो गया हमले में महिला की जान चली गई और घायलों का उपचार अभी जारी है दूसरे दिन शुक्रवार की सुबह जब पार्क की रेस्क्यू टीम भालू को पकड़ने गई तो उसने महावत सहित वन रक्षक के ऊपर हमला कर दिया और रेस्क्यू में गए हाथी पर भी हमला कर उसे घायल कर दिया था।
वन्य जीवों का बढ़ा आतंक,दहशत में ग्रामीण।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की सीमा से लगे गांवो में हिंसक वन्य जीवों की दहशत लगातार बढ़ रही है आए दिन बाघ भालू तेंदुए गांव में प्रवेश कर जाते हैं और लोगों पर हमला कर या घायल कर देते हैं या हमले में उनकी जान चली जाती है।
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