उमरिया जिले के विश्वप्रसिद बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की चोटी पर स्थित कबीर गुफा में संपन्न हुआ कबीर मेला,देश विदेश से आए सात हजार श्रद्धालुओं ने लिया हिस्सा,वन्य जीवों से श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से वन विभाग पुलिस बल और जिला प्रशासन ने चप्पे चप्पे पर लगाई थी सुरक्षा व्यवस्था।
उमरिया जिले के विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की चोटी पर स्थित किला परिसर में घने जंगल के बीच स्थित कबीर गुफा में मंगलवार को कबीर मेले का आयोजन संपन्न हुआ,आयोजन में देश विदेश से आए सात हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया,टाइगर रिजर्व में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज वन महकमे सहित पुलिस विभाग के 250 जवान पूरे मार्ग में तैनात किए गए थे,बता दें कबीर गुफा में 15 वीं शताब्दी में संत कबीर ने तपस्या की थी और उसके बाद यहीं से कबीर धर्म की ख्याति पूरे देश में फैली
इसी वजह से बांधवगढ़ स्थित कबीर गुफा को कबीर पंथ की गंगोत्रि कहा जाता है,यहां भारत के अलावा नेपाल,बांग्लादेश,भूटान से भी कबीर के अनूयाई दर्शन और पूजा पाठ करने आते हैं टाइगर रिजर्व के मुख्य प्रवेश द्वार से श्रद्धालु पैदल 13 किमी का लंबा सफर तय कर कबीर गुफा पंहुचते हैं और वापस पैदल लौटते हैं इस बीच उन्हें आधे रास्ते घने जंगल और ऊंची पहाड़ी को भी पार करना होता है,वर्ष 2001 से शुरू हुआ कबीर मेला का यह क्रम 23 साल से निरंतर जारी है।
पार्क में कबीर मेला निर्विघ्न संपन्न कराने के लिए कलेक्टर बुद्धेश वैद्य,संयुक्त संचालक बीटीआर पीके वर्मा,सहायक संचालक विवेक सिंह सहित राज्य वन और पुलिस विभाग की पूरी टीम मेले की शुरुआत से लेकर संपन्न होने तक तैनात रही।
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