उमरिया।जिले के मानपुर विधानसभा से चौथी बार विधायक बनी बनी मध्यप्रदेश शासन में आदिमजाति कल्याण विभाग की मंत्री मीना सिंह के विभाग को लेकर कयासों और अटकलों का दौर शुरू हो गया है,बता दें तीन दिसंबर को गणना के नतीजे आने के बाद प्रदेश में भाजपा को प्रदेश की 230 में से 163 सीटों में जीतो के साथ स्पष्ट जनादेश मिला और जिले की दोनों विधानसभा मानपुर एवं बांधवगढ़ ऐतिहासिक मतों से जीतकर भाजपा ने अपने नाम कर लिया,भोपाल में 11 दिसंबर को भाजपा विधायक दल के द्वारा मोहन यादव को सीएम के रूप में चुन लिए जाने के बाद अब प्रदेश की 16 वीं विधानसभा के मंत्रिमंडल को लेकर लोगों की निगाहें टिकी हुई हैं,पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के चौथे कार्यकाल के पहले मंत्रिमंडल विस्तार में सीधे आदिमजाति कल्याण विभाग के केबिनेट मंत्री का दर्जा हासिल करने वाली जिले के मानपुर विधानसभा से विधायक मीना सिंह की क्या इस बार मंत्रिमंडल में दोबारा उसी विभाग के मंत्री के रूप में वापसी होगी या फिर कोई और महत्वपूर्ण विभाग देकर प्रदेश सरकार उनकी जिम्मेदारियां बढ़ा सकती है इस बात को लेकर चर्चा और कयासों का दौर शुरू हो गया है,
छह बार विधायक,एक बार राज्य एवं एक बार बनी केबिनेट मंत्री
जिले के मानपुर विधानसभा से चौथी बार विधायक बनी मीना सिंह 2006 के परिसीमन के पूर्व जिले के नौरोजाबाद विधानसभा से भी दो बार विधायक रह चुकी हैं,वे 1996 के उपचुनाव में पहली बार विधायक बनी जिसके बाद प्रदेश में 2003 में उमाभारती के नेतृत्व में जब भाजपा की सरकार पूर्ण बहुमत से आई थी तो मीना सिंह नौरोजाबाद विधानसभा से ही दोबारा विधायक का चुनाव जीता उमा भारती की पहली केबिनेट में ही राज्य मंत्री बनाया गया और महिला बाल विकास सहित पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग,आदिम जाति कल्याण विभाग एवं नर्मदा घाटी विकास विभाग में वे 2008 तक राज्य मंत्री रहीं लेकिन 2008 और 2012 के कार्यकाल में उन्हें मंत्री बनने का मौका नहीं मिला,2018 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन गई जो 15 बाद ही विधायको के बागी हो जाने से गिर गई,जिसके बाद 2020 में दोबारा भाजपा की सरकार सत्ता में आ गई जिसके बाद 21 अप्रैल को सुश्री मीना सिंह ने जनजातीय कार्य विभाग की केबिनेट मंत्री के रूप में पद की शपथ ली थी।
0 टिप्पणियाँ