एक तरफ 22 जनवरी में पूरे देश में भगवान रामलला की अपने घर नवनिर्मित मंदिर में स्थापना को लेकर उत्सव का माहौल है तो दूसरी ओर उमरिया में रेलवे ने एक दिन पूर्व 21 जनवरी को ही डेढ़ दर्जन मकानों को जमीदोज करने का फरमान जारी कर लोगों को घरों से निकालने का काम कर दिया है,ऐसे में लोग हैरत में है की वे रामलाला की स्थापना का उत्सव मनाएं या अपना घर जमीदोज किए जाने का मातम।
भरी ठंड और बारिश में रेलवे ने डेढ़ दर्जन मकानों को गिराने को दिया नोटिस,मकान मालिकों का आरोप नही दिया सुनवाई का अवसर,सरकारी रजिस्ट्री के बाद भी घर और जमीन खोने से लोग परेशान।
उमरिया में जमीन खरीदकर बकायदा सरकारी रजिस्ट्री कराने के बाद भी 15 परिवारों के घरों को बुलडोजर से गिराने के रेलवे के फरमान से मकान मालिक परेशान हो गए हैं,मामला उमरिया रेलवे स्टेशन से लगी निजी कालोनी का है जहां कई लोग बीते 50 वर्षो से मकान बनाकर रह रहे हैं और कइयों ने बकायदा जमीन खरीदकर सरकारी रजिस्ट्री कराकर भवन निर्माण किया है और परिवार सहित रह रहे हैं,रेलवे की नोटिस के मुताबिक 21 जनवरी को तकरीबन डेढ़ दर्जन लोगों के मकानों को बुलडोजर से धराशाई कर दिया जाएगा,ऐसे में हैरान परेशान लोगों ने रेलवे से नोटिस की समय सीमा बढ़ाने की मांग की है ताकि वे अपने घर के समान को बाहर शिफ्ट कर सकें लोगों का कहना है की पूरे देश में एक और अयोध्या में प्रभु राम लला अपने घर में विराजित हो रहे हैं वहीं रेलवे विभाग उमरिया में लोगों को घरों से बाहर निकाल रहा है ये कहां का न्याय है।
एक तरफ रामलला होंगे विराजित दूसरी तरफ घरों से निकाले जाएंगे लोग।
पूरे देश में उत्सव का माहौल है लोग भगवान राम की झांकी,रैली,धार्मिक यात्रा के माध्यम से 22 जनवरी को अयोध्या में प्रभु श्री रामलला को स्थापित किए जाने का उत्सव मना रहे हैं तो उमरिया में रेलवे विभाग की कारस्तानी ने प्रभावितों को हैरत में डाल रखा है की वे रामलला की स्थापना का उत्सव मनाएं या वर्षो से पाई पाई जोड़कर बनाए गए घर के जमीदोज होने का मातम मनाएं।
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