बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के समीपी गांवों में आतंक का पर्याय बने बाघ का प्रबंधन ने किया रेस्क्यू,पिंजरे में कैद कर मुकुंदपुर टाइगर सफारी के लिए किया गया रवाना,धमोखर बफर परिक्षेत्र के रोहनिया सहित गांवों में बाघ की थी दहशत।
उमरिया जिले के विश्वप्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के धनोखर बफर परिक्षेत्र अंतर्गत रोहनिया सहित कई गांवों में एक बाघ लगातार दहशत बनाए हुए था,बाघ रोजाना गांव के भीतर घुस रहा था और लोगों में बाघ की दहशत लगातार बढ़ रही थी जिसे देखते हुए पार्क प्रबंधन ने सोमवार को बांधवगढ़ की एक्सपर्ट टीम के साथ मिलकर रेस्क्यू किया है,जिसके बाद बाघ को पिंजरे में कैद कर विशेष वाहन से मुकुंदपुर टाइगर सफारी के लिए रवाना किया गया है जहां उसका उपचार और स्वास्थ्य की देखभाल वन्य जीव चिकित्सकों द्वारा की जाएगी,प्रबंधन ने बताया है की बाघ की उम्र 14 वर्ष के आसपास है जो की खुले जंगल में शिकार करने में असमर्थ था इसीलिए गांव के आसपास डेरा जमाकर मवेशियों का शिकार कर रहा था।
(ब्यूरो रिपोर्ट)
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