उमारिया। विंध्य की लोककला और संस्कृति को नया आयाम देने और स्थानीय लोक कलाकारों को मंच व पहचान दिलाने के लिए उत्थान सामाजिक संस्कृतिक एवं साहित्यिक समिति मप्र रीवा एवं शहडोल संभाग के प्रत्येक जिले में विंध्य लोकरंग महोत्सव आयोजित कर रही है। 13 मई से 10 जून के मध्य होने वाले इस सांस्कृतिक आयोजन में राष्ट्रीय स्तर पर ख्यात देश की सबसे छोटी लोक गायिका विंध्य की बेटी मान्या पाण्डेय अपनी प्रस्तुति देंगी । उनके साथ मशहूर लोकगायक नरेन्द्र बहादूर सिंह, कपिल तिवारी, हरिश्चंद्र मिश्रा, भजन गायक बाल कलाकार प्रत्यूश द्विवेदी, शुभी सिंह, श्रुति सिंह, रावेन्द्र तिवारी, कर्णबीर सिंह तोमर, पवन शुक्ला सहित विंध्य के प्रतिभाशाली लोक कलाकर आयोजन में चार चांद लगाएंगे। उत्थान सामाजिक संस्कृतिक एवं साहित्यिक समिति मप्र के अध्यक्ष हरिश्चंद्र मिश्रा ने बताया कि हमारी समिति विंध्य की लोक कला एवं लोक पराम्परा के विस्तार के लिए विगत 12 वर्षों से काम कर रही है और प्रति वर्ष विभिन्न महोत्सवों के द्वारा स्थानीय लोक कलाकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए मंच प्रदान करने के साथ ही क्षेत्र के पुराने लोक कलाकारों का सम्म्मान करती है,विंध्य लोकरंग महोत्सव के संयोजक नरेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि विंध्य लोकरंग महोत्सव का आयोजन विंध्य के प्रत्येक जिला मुख्यालय में किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ 13 मई को विधि मैरिज गार्डन रामनगर, जिला मैहर से किया जायेगा। उसके बाद 14 मई को विंध्य के पावन शक्तिधाम मैहर के होटल मैहर इन में आयोजित होगा। 16 मई को श्री साईं मैरिज गार्डन सतना, 19 मई को मानस भवन शहडोल, 20 मई को मैरिज गार्डन अनुपपुर, 22 मई को सामुदायिक भवन उमरिया, 25 मई को मंगल पैलेस बिलौजी सिंगरौली, 27 मई को सात फेरे मैरिज गार्डन मउगंज, 30 मई को हनुमान मंदिर परिसर कपुरी कोठार सीधी में होगा । महोत्सव का समापन 10 जून को राजकपूर ऑडिटोरियम रीवा में किया जायेगा,नरेन्द्र बहादुर सिंह ने बताया कि विंध्य महोत्सव का आयोजन विंध्य के हर जिलों में जन सहयोग से किया जा रहा है। सभी जिलों के लोग देश की सबसे छोटी राष्ट्रीय लोक गायिका विंध्य की बेटी मान्या पाण्डेय के लोक गीतों को सुनने के लिए काफी उत्साहित हैं । उमरिया जिले में लोकरंग महोत्सव के आयोजन संयोजन में वरिष्ठ पत्रकार साहित्यकार एवं संस्कृतिकर्मी संतोष कुमार द्विवेदी, प्रगतिशील लेखक संघ उमरिया के अध्यक्ष शंभू सोनी ' पागल ', वातायन के सचिव अनिल मिश्रा, श्रमजीवी पत्रकार संघ उमरिया के अध्यक्ष चंद्रकांत दुबे और जय पाण्डेय महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं,उमरिया के समस्त रसिक दर्शकों , श्रोताओं और सुधी जनों से अपील है कि बघेली बोली बानी के संरक्षण, संवर्धन और उसके मंचीय प्रदर्शन को बल प्रदान करने के लिए बड़ी संख्या में शामिल हों ।
(ब्यूरो रिपोर्ट)
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