उमरिया में खुले कैप में रखा हजारों क्विंटल गेंहू सड़कर हुआ खराब,तीन सालों से खुले आसमान के नीचे रखा है गेंहू,जिले में तीन सालों से राशन की दुकानों में गरीबों को नही दिया जा रहा गेंहू,बड़ी मात्रा में गेंहू खराब होने से कटघरे में नागरिक आपूर्ति और वेयर हाउस कॉर्पोरेशन विभाग, साठ -गांठ से खराब गेंहू को बियर कंपनी को बेचने की तैयारी।
उमरिया जिले में हजारों क्विंटल गेंहू खुले आसमान के नीचे रखे रखे सड़कर खराब हो गया है और जिम्मेदारों को इसकी कोई सुध नहीं है,जिले के उमरिया ,खुटार और चंदिया कैप में भंडारित हजारों क्विंटल गेंहू सड़कर मिट्टी हो गया है,विभाग के मुताबिक यह गेंहू वर्ष 2021-22 में भंडारित कराया गया था,और विभाग के जिम्मेदार अफसर शायद यह भूल गए की इस गेंहू को कैंप से उठाकर वेयर हाउस तक भी ले जाना था,जबकि गेंहू उपार्जन के बाद भंडारण तक ले जाने के लिए करोड़ों रुपए के परिवहन के टेंडर भी सालाना जारी किए जाते हैं,अब जिम्मेदार विभाग नागरिक आपूर्ति निगम प्रबंधक एसके गुप्ता का कहना है की यह गेंहू मेरे कार्यकाल का नही है कहकर अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।
किसानों से गेंहू उपार्जन परिवहन की जिम्मेदारी नागरिक आपूर्ति विभाग की होती है और इसे सुरक्षित भंडारण करने के लिए वेयर हाउसिंग कॉर्पोरेशन जिम्मेदार होता है,लेकिन उमरिया में गेंहू सड़ाकर खराब करने के मामले में दोनो विभाग जिम्मेदार हैं,बीते तीन सालों से उमरिया जिले के राशन दुकानों में हितग्राहियों को गेंहू का वितरण नही किया गया और खुले कैप में हजारों क्विंटल गेंहू का पड़े पड़े खराब हो जाना सिस्टम पर कई सवाल खड़े करता है,इस मामले की जानकारी जिले के जिम्मेदार विभागो से लेकर प्रदेश महकमे तक है,और बकायदा प्रदेश स्तरीय जांच टीम गठित कर इसकी जांच भी कराई गई है लेकिन कार्यवाही अभी तक नही हुई है इस मामले में कांग्रेस पार्टी ने भी जिम्मेदारों के ऊपर गंभीर आरोप लगाएं हैं।
जिले में हजारों क्विंटल गेंहू सड़ने के बाद जिम्मेदारों को कोई फर्क नहीं पड़ा है,वहीं जानकर बताते हैं अब भोपाल में बैठे अफसर खराब गेंहू को बीयर कंपनी को बेचने के फिराक में है,जो एक बड़े षड्यंत्र की ओर इशारा करता है,और ऐसा लगता है की बियर कंपनियों से साथ गांठ के तहत ही जानबूझकर गेंहू को सड़ाया गया है देखना है की गेंहू खराब होकर सड़ने के मामले में प्रदेश सरकार क्या कार्यवाही करती है।
(ब्यूरो रिपोर्ट)
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