उमरिया में पहली बारिश में ही गिरी स्कूल की छत,पाली जनपद के ग्राम कुमुर्दु स्थित शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय में गिरी छत,कोई जनहानि नही,जिले में गिरने की कगार पर 96 विद्यालयों के कक्ष,लोक निर्माण विभाग ने दिए हैं डिस्मेंटल कराने के सर्टिफिकेट,बावजूद इसके क्षतिग्रस्त कमरों वाले परिसर में विद्यालय हो रहे संचालित।
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उमरिया जिले में पहली बारिश में ही एक सरकारी स्कूल की छत धराशाई हो गई है,पाली जनपद के शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुमुर्दू के परिसर में मौजूद एक कमरे की छत बारिश के दौरान भरभराकर धराशाई हो गई है,हालांकि इस दौरान कमरे में कोई छात्र या शिक्षक मौजूद नहीं था इस कारण कोई दुर्घटना नही हुई,लेकिन शिक्षा विभाग की एक बड़ी लापरवाही खुलकर सामने आ गई है,विभाग के मुताबिक जिले में इस प्रकार के 96 विद्यालय मौजूद हैं जहां परिसर में कोई न कोई कमरा क्षतिग्रस्त है और बकायदा लोक निर्माण विभाग ने कमरों का भौतिक सत्यापन कर उन्हे डिस्मेंटल करने का सर्टिफकेट दिया हुआ है,ऐसे में सवाल यह उठता है की इन जर्जर भवनों को गिराया क्यों नहीं जा रहा है या किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार किया जा रहा है।प्रशासन का दावा है ऐसे चिन्हित कक्षों में छात्रों के प्रवेश पर मनाही है लेकिन मासूम छात्र कभी भी खेल कूद के बहाने अगर जर्जर भवन में चले गए तब क्या होगा।
15 से 20 साल पहले बने विद्यालय जर्जर
जिला शिक्षा केंद्र से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक सन 2000 से लेकर 2005 के बीच निर्मित इन विद्यालयों में से जिले के 96 विद्यालय पीडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा किए गए भौतिक सत्यापन में जीर्ण शीर्ण और उपयोगिता विहीन पाए गए और विभाग के बकायदा इन्हे डिस्मेंटल किए जाने का प्रस्ताव भी दे दिया है,और जिला शिक्षा केंद्र के द्वारा इस जीर्ण शीर्ण विद्यालयों को गिराने का जिम्मा पंचायतों को दे रखा है लेकिन छह माह बीत जाने के बाद भी पंचायतों को दुर्घटना संभावित जर्जर विद्यालयों को डिस्मेंटल करने में कोई रुचि नहीं दिखाई,लिहाजा विद्यालयों में अभी भी दुर्घटना का अंदेशा बना हुआ है।
(ब्यूरो रिपोर्ट)
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