कटनी की गर्मियों की एक रात… चुपचाप, सुनसान… और फिर अचानक उस सन्नाटे को चीरती है कुल्हाड़ी की आवाज़। 10 अप्रैल की देर रात, रंगनाथ नगर थाना क्षेत्र के लखेरा इलाके में तीन युवक नशे की हालत में एक सुनसान मैदान में पहुंचे। उनके पास थी एक धारदार कुल्हाड़ी, और ज़हन में घूम रहे थे फिल्म 'पुष्पा' के सीन और डायलॉग। शराब की बोतलें खाली हो चुकी थीं, होश अब काफ़ी पीछे छूट चुका था। और तभी, वहां लाया गया एक और शख्स – 35 वर्षीय अजय भूमिया।
"पुष्पा झुकेगा नहीं!" – इसी तरह के संवाद गूंजे, और फिर… एक के बाद एक, कुल्हाड़ी के करीब 15 से 20 वार अजय पर किए गए।
कटनी की धरती ने खून की बूंदें पी लीं, और अंधेरे ने उस हत्या को अपनी चादर में छुपा लिया।
अगली सुबह, 11 अप्रैल को जब लोगों ने अजय का लहूलुहान शव साउथ स्टेशन के पास खुले मैदान में पड़ा देखा, तो पूरे इलाके में सनसनी फैल गई।
सूचना मिलते ही रंगनाथ नगर थाना पुलिस और डॉग स्कॉर्ट की टीम मौके पर पहुंची।
कटनी एसपी अभिजीत रंजन के मुताबिक,
"जांच में पुलिस ने हर सुराग को जोड़ा। डॉग स्कॉर्ट की मदद से घटनास्थल से निकले निशानों को फॉलो किया गया। और कुछ ही घंटों में इस खौफनाक मर्डर के पीछे के चेहरे सामने आने लगे।" आखिरकार दो आरोपियों — तुषार उर्फ निखिल रज़ाक और शरद बर्मन को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में दोनों ने कबूल किया कि उन्होंने फरार आरोपी बल्ली साईं उर्फ बलवीर शाह के साथ मिलकर अजय की नशे की हालत में कुल्हाड़ी से हत्या की थी — बिल्कुल वैसा ही जैसा पुष्पा जैसी फिल्मों में दिखाया जाता है। और वजह? नशा, आपसी रंजिश और फिल्मी सनक!
हत्या में इस्तेमाल की गई कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली गई है। जबकि तीसरा आरोपी बल्ली साईं उर्फ बलवीर शाह अब भी फरार है, जिसे पकड़ने के लिए पुलिस की टीमें लगातार दबिश दे रही हैं।
एसपी अभिजीत रंजन कहते हैं,
"हत्या को फिल्मी अंदाज़ में प्लान कर अंजाम दिया गया। यह जघन्य अपराध था, और हमारी टीम ने तेज़ी से कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को पकड़ लिया है। तीसरे को भी जल्द ही गिरफ़्तार कर लिया जाएगा।"
कटनी की यह वारदात सिर्फ एक हत्या नहीं थी — यह एक ऐसा डरावना सच है, जहाँ सिनेमा की दीवानगी, शराब का नशा और इंसानियत की मौत एक ही रात में देखी गई।
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